-हर गतिविधि, संस्कार,स्वागत, विदाई व अन्य व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी महिला शक्ति ने निभाई
-महिला जनपद सीईओ के नेतृत्व में 29 महिला शासकीय सेवकों ने विवाह कराया
बालाघाट। मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजनान्तर्गत रविवार को वारासिवनी जनपद में सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया। इस विवाह की खासियत यह भी रही कि सामूहिक विवाह आयोजन की पूरी बागडोर शासकीय महिला अधिकारी व कर्मचारियों ने जिम्मेदारी अपने कंधों पर ली। जनपद सीईओ दीक्षा जैन ने बताया कि सामूहिक विवाह में जिले के 380 जोड़े शामिल हुए। इस आयोजन के लिए पूरी रूपरेखा के अनुरूप तैयारी की गई। योजना यह बनाई गई कि विवाह आयोजन में ऐसे कार्य जो महिलाओं द्वारा परम्परागत आयोजित होते रहे है। ऐसे कार्य महिला अधिकारी ही करें, साथ ही जो कार्य पुरुषों द्वारा संपादित किये जाते है। उनकी जिम्मेदारी पुरुषों को दी गई। इसके लिए कुल 29 महिला सेवकों को दायित्व सौंपे गए। इसमें मुख्य रूप से वधुओं का श्रृंगार व मंडप तक लाने व फेरे करवाने का कार्य महिलाओं द्वारा किया गया। इसी तरह स्वागत भी महिलाओं द्वारा की गई। इन महिलाओं के साथ क्षेत्रीय सांसद श्रीमती भारती पारधी ने भी इस योजना के अनुरूप महिलाओं के हुई और वो भी स्वगातातुर में अपनी भूमिका निभाई। इसके अलावा वेदी का निर्माण भी महिलाओं की निगरानी में किया गया। महिलाओं के भोजन की गुणवत्ता व देखरेख तथा परोसगारी का जिम्मा महिला अधिकारियों द्वारा किया गया। वरमाला तैयार करना, वर वधुओं की उपस्थिति व सत्कार, सामग्री एकत्रीकरण और विदाई में महिलाओं की सक्रिय व सफल भूमिका रहीं। सामूहिक विवाह आयोजन में पुरुषों द्वारा भी लगन के साथ महत्वपूर्ण दायित्व संभाले गए।
-ऐसी रहीं गतिविधियॉ व रिवाज...
वारासिवनी जनपद के रानी अवंतिबाई स्टेडियम में आयोजित सामूहिक विवाह में कुल 380 जोड़ों में 278 को हिंदु रीति रिवाज, 68 आदिवासी परम्परा और 34 जोड़ो का बुद्धिस्ट मान्यताओं के अनुसार विवाह कराया गया। जहाँ 380 जोड़ो द्वारा मंगल परिणय सूत्र में बंधकर एक दूसरे के साथ स्वस्थ और सुखी जीवन यापन करने की प्रतिज्ञा ली गई। इस हर्षोल्लास के कार्यक्रम में कन्या शाला से 380 दूल्हों की बारात ने बैंड बाजे के साथ रानी अवन्ती बाई स्टेडियम के लिए प्रस्थान किया। जिसमें दूल्हों के परिवारजन के साथ ही जनप्रतिनिधियों ने भी भाग लिया। वहीं बारात के स्वागत के लिए जनपद सीईओ दीक्षा जैन व महिला कर्मचारियों का सहयोग रहा। जनपद सीईओ दीक्षा जैन ने बताया कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत विवाह आयोजन के लिए 55 हजार रुपए की राशि का प्रावधान है। जिसमे से टेंट, खाना, बाजे, वाहन व अन्य व्यवस्थाओं के लिए 6 हजार एवं शेष 49 हजार रुपए की राशि का चेक हितग्राही को प्रदाय किया जाता है। वहीं कार्यक्रम के दौरान 6 हितग्राहियों को सांकेतिक रूप से अतिथियों के द्वारा चेक वितरित किये गए। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बालाघाट-सिवनी क्षेत्र की सांसद श्रीमती भारती पारधी भी उपस्थित रहीं। वहीं अन्य अतिथियों में कटंगी विधायक गौरव पारधी, पूर्व विधायक श्री गुड्डा जायसवाल, जनपद अध्यक्ष माया उइके, नपा अध्यक्ष सरिता दान्द्रे, उपाध्यक्ष पुष्पा अमूले, एसडीएम राजीव रंजन पांडेय, तहसीलदार इमरान मंसूरी, सीईओ दीक्षा जैन व अन्य जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
-बेटियों का सुरक्षित भविष्य ही समाज की उन्नति का आधार - सांसद श्रीमती पारधी...
380 जोड़ो को आशीर्वाद देते हुए सांसद श्रीमती पारधी ने कहा कि सामूहिक विवाह न केवल सामाजिक समरसता को बढ़ावा देता है, बल्कि परिवारों को आर्थिक सहयोग देकर उनकी चिंताओं को भी कम करता है। उन्होंने कहा बेटियों का सम्मान और उनका सुरक्षित भविष्य ही समाज की उन्नति का आधार है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना सरकार की समाज कल्याणकारी नीतियों का प्रमाण है, जिससे हजारों परिवारों को राहत मिली है और बेटियों के सम्मानजनक विवाह का सपना साकार करती है।
-इन महिलाओं ने सम्भाली विवाह की जिम्मेदारियां...
जनपद पंचायत द्वारा आयोजित विवाह आयोजन का जिम्मा संभालने वाली महिलाओं कर्मियों में ब्लॉक समन्वयक, उपयंत्री, सुरवाईजर,सचिव, रोजगार सहायक,बीसी, सहायक ग्रेड और मानचित्रकार वर्ग की महिलाओं ने अपने अपने कार्य तन्मयता से सम्पन्न कराएं। बड़ी बात यह भी है कि इस आयोजन का नेतृत्व करने वाली भी एक महिला वर्ग की अधिकारी जनपद सीईओ दीक्षा जैन थी। जिनके साथ एनआरएलएम की टीम का भी विशेष सहयोग रहा।
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