शारदीय नवरात्रि के चौथे दिन जानिए मां कूष्मांडा के पूजन की विधि और उनका महत्व : मा कूष्माण्डा

शारदीय नवरात्रि के चौथे दिन जानिए मां कूष्मांडा के पूजन की विधि और उनका महत्व : मा कूष्माण्डा
दक्षिणापथ, दुर्ग । श्री सत्तीचौरा माँ दुर्गा मंदिर, गंजपारा दुर्ग का 12 वां वार्षिकोत्सव एवं चैत्र नवरात्र पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है।पर्व में 2 अप्रैल से 10 अप्रैल तक विशेष आयोजन किया गया है। शहर के प्रसिद्ध श्री सत्तीचौरा माँ दुर्गा मंदिर की स्थापना 2010 में की गई थी जिसका 12 वर्ष पूर्ण हों चुका है। मन्दिर 12 वे वार्षिक उत्सव के अवसर पर चैत्र नवरात्र पर्व में बहुत से धार्मिक आयोजन आयोजित किये गए है। जिसमें प्रथम दिवस ज्योति कलश प्रज्ज्वलित, घट स्थापना, कलश स्थापना की गयी। समित्ति के सदस्य योगेन्द्र शर्मा बंटी ने बताया कि 5 अप्रैल चैत्र नवरात्र चौथे दिवस दोपहर 2 बजे से मन्दिर परिसर में राणी सती दादी जी का मंगलपाठ का आयोजन किया गया है जिसमें प्रसिद्ध पाठकर्ता श्री हरीश शर्मा, एवं साई म्यूजिकल ग्रुप, भाटापारा द्वारा प्रस्तुति दी जावेगी। 6 अप्रैल पंचमी को सँध्या 7 बजे माता जी की 108 दीपो एवं 108 पूजा थाल से महाआरती, एवं विशेष श्रृंगार किया जावेगा। 9 अप्रैल अष्टमी को सँध्या 7 बजे माता जी को 56 भोग प्रसादी का भोग लगाया जावेगा एवं 56 भोग की आकर्षित झांकी सजाई जावेगी, रात्रि 8 बजे से हवन, पूजन, पूर्णाहुति, आरती एवं प्रसाद वितरण। 10 अप्रैल रामनवमी को प्रातः 9 बजे ज्योति कलश विसर्जन एवं सांय 4 बजे माता जी की पालकी एवं भव्य शोभायात्रा निकाली जावेगी जो पूरे नगर में भृमण करेगी। 2 अप्रैल से 10 अप्रैल तक प्रतिदिन प्रातः 9 बजे माता जी का महाअभिषेक एवं दोपहर 12 बजे कन्या पूजन, कन्याभोज का आयोजन रखा गया है। जिसकी बुकिंग मन्दिर परिसर में की जा रही है। वार्षिक उत्सव पर इस वर्ष आकर्षित लाइट, टेंट एवं फूल से साज सज्जा कराई जा रही है, इस वर्ष लाइट साज -सज्जा जय दुर्गा लाइट डेकोरेशन, दुर्ग, साउंड सेवा संजय लाइट डेकोरेशन, दुर्ग, टेंट का कार्य चक्रधारी टेंट हाउस, दुर्ग द्वारा कराया जा रहा है। इसके साथ साथ फूल की आकर्षित साज-सज्जा कलकत्ता के मशहूर कलाकरों द्वारा की गयी है। समिति के मोहित पुरोहित ने बताया कि सत्तीचौरा माँ दुर्गा मंदिर में प्रत्येक नवरात्रि में लगभग 400 से अधिक ज्योति कलश की स्थापना की जाती है। इस बार भी 400 ज्योति कलश की स्थापना की गई है। समित्ति के अनिरुद्ध उपाध्याय ने बताया कि प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी चैत्र नवरात्र पर्व में पूरे 9 दिवस दोपहर 12 बजे लगभग 51 कन्या माताओं का कन्यापूजन एवं कन्याभोज का आयोजन हो रहा है। प्रातः 9 बजे अलग अलग परिवार एवं धर्मप्रेमियों द्वारा माता जी का अभिषेक किया जाता है जो आचार्य पंडित विक्रांत दुबे एवं आचार्य पण्डित आकाश दुबे द्वारा कराया जाता है। इस वर्ष चैत्र नवरात्र पर्व में प्रज्ञा राहुल शर्मा मुख्य यजमान है। मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित सुनील पांडेय के सानिध्य में मन्दिर में सभी पूजन कार्य हो रहे है। चैत्र नवरात्र के दूसरे दिवस श्रीमती नीलम देवेंद्र पांडेय द्वारा माता जी का महाभिषेक किया गया। राणी सती जी के मंगलपाठ एवं ऐतहासिक शोभायात्रा को सफल बनाने हेतु मन्दिर परिसर में महिलाओं एवं समित्ति के सदस्यों की बैठक भी की गयी। जिसमें सभी महिलाओं एवं सदस्यों को अलग अलग जवाबदारी दी गयी। बैठक में सरिता शर्मा, अनित अग्रवाल, चंचल शर्मा, संगीता शर्मा, नीलू पण्डा, अर्चला शर्मा, प्रेमलता शर्मा, अनिता शर्मा, मनोरमा शर्मा, श्रीमती सरोज जोशी, अनिता शर्मा, अजय शर्मा, अशोक राठी, महेश टावरी, दीपक चावड़ा, मनोज भूतड़ा, राजेश शर्मा, सुरेश गुप्ता, बसन्त शर्मा, नरेंद्र गुप्ता, कुलेश्वर साहू, मनोज गुप्ता, विजय गुप्ता, ललित शर्मा, मनोज श्रीवास्तव, राहुल शर्मा, शिशु शुक्ला, ईशान शर्मा, आशीष मेश्राम, ऋषि गुप्ता, चिंटू शर्मा, सुजल शर्मा, महेश गुप्ता प्रशांत कश्यप, एवं अन्य बैठक में उपस्थित थे।