नहीं रहीं ऑर्गेनिक खेती के लिए नंगे पांव गांव-गांव घूमने वाली कमला पुजारी, पद्मश्री पुरस्कार से हो चुकीं सम्मानित

नहीं रहीं ऑर्गेनिक खेती के लिए नंगे पांव गांव-गांव घूमने वाली कमला पुजारी, पद्मश्री पुरस्कार से हो चुकीं सम्मानित
RO.NO. 12879/25

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कटक। पद्मश्री पुरस्कार विजेता कमला पुजारी का आज सुबह 5.45 बजे दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 70 वर्ष की थीं। दो दिन पहले उन्हें स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण एससीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कमला पुजारी ओडिशा के कोरापुट की रहने वाली थी।
कमला पुजारी को 2019 में जैविक खेती को बढ़ावा देने और स्वदेशी बीजों की 100 से अधिक किस्मों के संरक्षण के लिए पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया था। पुजारी ने कई गांवों की यात्राएं नंगे पांव की। उन्होंने किसानों, खासकर महिलाओं को जैविक खेती और जैविक उर्वरकों के उपयोग के बारे में सिखाया। पद्मश्री कमला पुजारी ऑर्गेनिक खेती के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए गांवो में नंगे पाँव घूमती थी, जिसको लेकर लोग उन्हें जानने लगे थे।