राइस मिल मेघा में टीना सेड चोरी करने वाले चार आरोपी पकड़े गए

राइस मिल मेघा में टीना सेड चोरी करने वाले चार आरोपी पकड़े गए

दार-ए-सलाम
अफ्रीकी देश तंजानिया से एक शर्मनाक घटना सामने आई है। महिला सांसद कोंडेस्‍टेर सिचवाले को केवल इसलिए तंजानिया की संसद से बाहर का रास्‍ता दिखा गया क्‍योंकि उन्‍होंने कथित रूप से बहुत ज्‍यादा टाइट ट्राउजर पहन रखा था। कोंडेस्‍टेर सत्‍तारूढ सीसीएम पार्टी की सदस्‍य हैं और मंत्री भी हैं। कोंडेस्‍टेर के खिलाफ उनकी ही पार्टी के एक पुरुष सांसद हुसैन अमार ने शिकायत की थी। इस घटना देश की अन्‍य महिला सांसद भड़क उठी हैं।

सांसद अमार की शिकायत के बाद संसद के स्‍पीकर ने आदेश दिया कि वह सदन से चली जाएं और सही कपड़ा पहनकर तब वापस आएं। अभी तक यह स्‍पष्‍ट नहीं हो सका है कि कोंडेस्‍टेर संसद से वापस जाने के बाद लौटीं या नहीं। स्‍पीकर के इस आदेश के बाद संसद में मौजूद अन्‍य महिला सांसद भड़क उठीं और उन्‍होंने इसे अन्‍याय करार देते हुए माफी मांगने की मांग की है।

'शालीन ड्रेस के लिए दिशा निर्देश जारी करें'
कोंडेस्‍टेर के संसद से जाने की तस्‍वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। बताया जा रहा है कि यह शर्मनाक घटना उस समय हुई जब तंजानिया की राजधानी डोडोमा में संसद के अंदर एक बहस चल रही थी। इसमें कोंडेस्‍टेर और सांसद अमार दोनों ही हिस्‍सा ले रहे थे। जैसे ही संसद का सत्र खत्‍म हुआ अमार अपनी जगह से खड़े हुए और स्‍पीकर जोब न्‍दूगई से अपील की कि वह 'शालीन' ड्रेस के लिए दिशा निर्देश जारी करें।

अमार ने कहा, 'ड्रेस को लेकर कोड स्‍पष्‍ट है लेकिन यहां पर सांसद ऐसे ड्रेस पहन रही हैं जो 'शालीन' नहीं हैं। यह पूछे जाने कि अमार किसकी ओर इशारा कर रहे हैं, इस पर उन्‍होंने कोंडेस्‍टेर की ओर इशारा किया। उन्‍होंने कहा, 'यह सांसद मेरे दाहिने ओर हैं। उन्‍होंने टी शर्ट पहन रखा है लेकिन प्‍लीस उन्‍हें सामने बुलाया जाए और यह देखा जाय कि उन्‍होंने कितनी टाइट पैंट पहन रखी है।'

महिला सांसदों का एक दल पूरी घटना पर भड़क उठा
अमार ने कहा कि संसद तंजानिया के समाज का दर्पण है और हमारी कुछ बहनें अजीब तरीके का कपड़ा रही हैं। वे समाज को क्‍या दिखाना चाहती हैं? इसके बाद स्‍पीकर ने कोंडेस्‍टेर को चले जाने के लिए कहा। इस बीच महिला सांसदों का एक दल पूरी घटना पर भड़क उठा है और उसने इसे अन्‍याय करार दिया है। उन्‍होंने यह भी कहा कि कोंडेस्‍टेर के ड्रेस में कुछ भी गलत नहीं था। सोशल मीडिया पर भी संसद की इस घटना की कड़ी आलोचना हो रही है।