नगर पंचायत जनकपुर के अध्यक्ष पद पर हुई नियुक्ति नियम विरुद्ध :दुर्गाशंकर मिश्र

नगर पंचायत जनकपुर के अध्यक्ष पद पर हुई नियुक्ति नियम विरुद्ध :दुर्गाशंकर मिश्र
RO.NO. 12945/82

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- अनुसूचित जनजाति महिला वर्ग के लिए आरक्षित पद पर सामान्य वर्ग को किया गया है नियुक्त 

एमसीबी / मनेन्द्रगढ़ (खगेन्द्र यादव)। जनपद पंचायत भरतपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत जनकपुर जिसे की नगर पंचायत जनकपुर बनाया गया था, जिसमें अध्यक्ष पद पर एक सामान्य वर्ग के व्यक्ति की नियुक्ति की गई थी, जिस नियुक्ति को अब नियम विपरीत बताया जा रहा है। एमसीबी जिले के भाजपा जिला उपाध्यक्ष दुर्गाशंकर मिश्र ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव को इस संबंध में एक पत्र लिखा है।अपने पत्र में श्री मिश्र ने उल्लेखित किया है किअनुसूचित जनजाति पद की महिला को अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए। लेकिन यहां पर एक पुरुष अशोक सिंह को अध्यक्ष बनाया गया है। नगर पंचायत जनकपुर, जनपद पंचायत भरतपुर, जिला एमसीबी में नगर पंचायत की घोषणा के आधार पर ग्राम पंचायत जनकपुर को भंग करते हुये जनकपुर नगर पंचायत की समिति का गठन किया गया। जिसमें अशोक सिंह को अध्यक्ष पद दिया गया है। जबकि ग्राम पंचायत जनकपुर अजजा महिला पद के लिए आरक्षित है। उसमें आदिवासी महिला को ही अध्यक्ष पद दिया जाना चाहिए क्योंकि नगर पंचायत जनकपुर के अध्यक्ष पद का आरक्षण नहीं हुआ है और जिस आधार पर सामान्य वर्ग को ये दिया गया है, यह नियम का उल्लघंन करने की श्रेणी में आता है।

दुर्गाशंकर मिश्र ने अपने पत्र में यह भी उल्लेखित किया है कि जिलाध्यक्ष भाजपा अनिल केशरवानी ने मनमाने ढंग से अध्यक्ष और सदस्यों को नगरीय प्रशासन और विकास विभाग के यहां जो सूची भेजी थी, वो गलत है। जिला अध्यक्ष एमसीबी और जिला संगठन के पदाधिकारियों के अलावा मण्डल जनकपुर के पदाधिकारियों की परमिशन नहीं ली गई है और महिला आदिवासी आरक्षित सीट पर सामान्य वर्ग के पुरूष को अध्यक्ष बना दिया गया है। जबकि छत्तीसगढ़ शासन आदिवासियों पर विशेष सहानुभूति रखती है। भाजपा जिला उपाध्यक्ष दुर्गाशंकर मिश्र ने लिखे गए पत्र में निवेदन किया है कि, समिति का अध्यक्ष पद किसी महिला आदिवासी को दिया जाना चाहिए जिससे आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के आदिवासियों को न्याय मिल सकें। भाजपा जिला उपाध्यक्ष ने पत्र की प्रतिलिपि प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा और क्षेत्रीय विधायक रेणुका सिंह को भी प्रेषित की है। नगर पंचायत के समिति गठन में भरतपुर सोनहत विधानसभा की क्षेत्रीय विधायक रेणुका सिंह का भी अनुमोदन नहीं लिया गया है। जिससे क्षेत्र के मतदाताओं के अधिकार का हनन और शोषण हुआ है। मतदाताओं में रोश है, आने वाले नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा के प्रति लोगों की आस्था कम होने संभावना है और भाजपा को नुकसान भी हो सकता है।