कलेक्टर सुश्री चौधरी ने कलेक्टर कांफ्रेंस हेतु एजेण्डावार विभागीय अधिकारियों से की चर्चा

कलेक्टर सुश्री चौधरी ने कलेक्टर कांफ्रेंस हेतु एजेण्डावार विभागीय अधिकारियों से की चर्चा
RO.NO. 12879/25

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- सभी डी.डी.ओ. को पेंशन प्रकरण निराकरण कराने के दिये निर्देश
-कृषि भूमि धारित भू-स्वामियों को ही ऋण पुस्तिका जारी करने के दिये निर्देश
-शिवनाथ नदी में बढ़ते जल स्तर को ध्यान में रखते हुए अलर्ट रहे अधिकारी
- सड़कों से पशुओं को हटाने की कार्यवाही चलती रहें
- कलेक्टर ने की समय-सीमा प्रकरणों की समीक्षा
- जनचौपाल के प्रकरणों के निराकरण पर किया संतोष व्यक्त

दुर्ग। कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने आज अधिकारियों की बैठक में कलेक्टर कांफ्रेेंस हेतु निर्धारित विभागीय एजेंडा की विभागवार अधिकारियों से चर्चा कर जानकारियां ली। उन्होंने प्रस्तुत जानकारी के संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने एजेंडा अनुरूप जानकारी नहीं होने पर अधिकारियों को कड़ी फटकार भी लगाई। साथ ही आवश्यक जानकारी संलग्न करने कहा। उन्होंने विभागों में पेंशन प्रकरण की समीक्षा के दौरान सभी आहरण संवितरण अधिकारी को विभाग से संबंधित जिला कोषालय में पेंशन प्रकरण लंबित होने की जानकारी प्राप्त कर प्रकरण शीघ्र निराकरण कराने के कड़े निर्देश दिये। 

कलेक्टर सुश्री चौधरी ने राजस्व अधिकारियों को अगवत कराया कि वर्तमान में जिले में किसान किताब (ऋण पुस्तिका) कृषि एवं परिवर्तित भूमि दोनों के लिए जारी किया जाना प्रचलन में है। छत्तीसगढ़ भू-राजस्व संहिता 1959 की धारा 114(क) अंतर्गत कृषि भूमि का किसान किताब (ऋण पुस्तिका) होता है। अतएव कृषि भूमि धारित भू-स्वामियों को ही किसान किताब (ऋण पुस्तिका) जारी किया जाए। उन्होंने जिला पंजीयक और लीड बैंक के मैनेजर को भी इस आधार पर कार्यवाही हेतु निर्देशित किया। 
कलेक्टर सुश्री चौधरी ने वर्षा से उत्पन्न स्थिति और शिवनाथ नदी में बढ़ते जल स्तर को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों को बाढ़ की स्थिति से निपटने अलर्ट रहने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने अवगत कराया कि मोंगरा बैराज एवं शिवनाथ की सहायक नदियों की लगभग 2 लाख क्यूसेक पानी नदी में प्रवाहित होने की संभावना है। इससे जिले के तटवर्ती गांवों में बाढ़ की स्थिति निर्मित हो सकती है। उन्होंने सभी एसडीएम और जनपद सीईओ को प्रभावित गांवों पर नजर रखने के साथ ही राहत केम्प हेतु स्थान, प्रकाश व्यवस्था, भोजन पेयजल व्यवस्था आदि सुनिश्चित करने कहा है। इसी प्रकार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को स्वास्थ्य केम्प हेतु चिकित्सा दल को आवश्यक दवाईयों के साथ मुस्तैद रखने के निर्देश दिये हैं। 

कलेक्टर सुश्री चौधरी ने पूर्व में दिये गये निर्देश के अनुपालन के संबंध में जानकारी लेते हुए सभी नगरीय निकायों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों से पशुओं को हटाने की कार्यवाही जारी रखने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने जिला योजना एवं सांख्यिकी विभाग द्वारा सांसद एवं विधायक निधि से स्वीकृत कार्यों की टीएस, यूसीसीसी विभाग को उपलब्ध कराने निर्माण कार्य एजेंसी विभागों को निर्देशित किया। कलेक्टर ने अवगत कराया कि खरीफ फसल 2024 की गिरदावरी कार्य के निरीक्षण हेतु अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। अधिकारी संबंधित क्षेत्र में किसानों द्वारा लगाये गये खरीफ फसलों की वास्तविक जानकारी संग्रहित करना सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने कहा कि सभी जनपद सीईओ पंचायत चुनावों के पहले अभियान चलाकर सोशल आडिट की जानकारी प्राप्त कर लें। इसी प्रकार लखपति दीदी योजना अंतर्गत विभागों द्वारा संचालित हितग्राही मूलक योजना से महिला हितग्राही को जोेड़कर लाभान्वित किया जाना है। सभी अधिकारी विभागवार कन्वर्जेंस जानकारी सीईओ जिला पंचायत को अवगत कराएं। राशन कार्डों का उचित मूल्य दुकानों के माध्यम से केवाईसी होना है। राशन कार्ड में परिवार में जितने सदस्य का नाम शामिल है, सभी का केवाईसी सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने सभी एसडीएम और नगरीय निकायों के अधिकारी को इस पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये। 

कलेक्टर सुश्री चौधरी ने आगामी 15 सितम्बर को व्यापम द्वारा आयोजित छात्रावास अधीक्षक परीक्षा हेतु विभागों को सौंपे गये दायित्व के अंतर्गत सभी 190 परीक्षा केन्द्रों में आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। परीक्षा के लिए नियुक्त आब्जर्वर, नोडल/प्रभारी अधिकारी संबंधित परीक्षा केन्द्रों का भ्रमण कर बैठक व्यवस्था एवं अन्य सुविधाओं की जानकारी से अवगत हो जाए। उन्होंने कहा कि परीक्षार्थी का रोल नंबर टेबल पर चॉक से न लिखकर रोल नंबर टाईप कराकर टेबल में चस्पा किया जाए। प्रश्न पत्र जिला कोषालय से प्रातः 7 बजे आब्जर्वरों को वितरण किया जाएगा तथा परीक्षा समाप्ति उपरान्त साईंस कॉलेज दुर्ग में जमा किया जाएगा। 
कलेक्टर सुश्री चौधरी ने समय-सीमा प्रकरणों के निराकरण के संबंध में विभागवार समीक्षा कर निराकृत प्रकरणों की जानकारी ली। इसी प्रकार उन्होंने मुख्यमंत्री जनदर्शन, जनशिकायत निवारण प्रकोष्ठ, कलेक्टर जनचौपाल, सार्थ-ई-पोर्टल के आवेदनों की निराकरण की जानकारी ली। साथ ही कलेक्टर जनचौपाल से संबंधित आवेदनों के विभागीय निराकरण पर संतोष व्यक्त किया। बैठक में एडीएम अरविन्द एक्का, नगर निगम भिलाई के आयुक्त देवेश ध्रुव, सहायक कलेक्टर एम. भार्गव, जिला पंचायत के सीईओ अश्वनी देवांगन, अपर कलेक्टर बीके दुबे, संयुक्त कलेक्टर हरवंश सिंह मिरी, सभी एसडीएम, सभी जनपद सीईओ सहित समस्त विभाग के जिला प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।