इस्कॉन निकालेगी प्रभु जगन्नाथ की  रथयात्रा, श्रद्धालु करेंगे जगह-जगह स्वागत व दर्शन 

इस्कॉन निकालेगी प्रभु जगन्नाथ की  रथयात्रा, श्रद्धालु करेंगे जगह-जगह स्वागत व दर्शन 
RO.NO. 12945/82

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 अध्यात्म में है आनंद व खुशी- दास 

दुर्ग। अध्यात्म से समाज में आनंद व खुशी बांटने में जुटी अंतरराष्ट्रीय संस्था इस्कॉन की दुर्ग इकाई प्रचार केंद्र द्वारा 13 जुलाई को भगवान जगन्नाथ की भव्य रथयात्रा निकाली जाएगी। यह रथयात्रा अग्रवाल धर्मशाला 
बैगापारा से संध्या 3 बजे शुरू होकर पूरे शहर का भ्रमण करते हुए पुरानी गंजमंडी गंजपारा पहुंचकर संपन्न होगी। जहां प्रभु श्री को 56 भोग अर्पण, 108 दीपों से महाआरती कर श्रद्धालुओं को महाप्रसादी का वितरण किया जाएगा। 
रथयात्रा में फूलों से सुसज्जित भव्य रथ, भजन कीर्तन, धुमाल बाजा व आतिशबाजी आकर्षण का केंद्र होंगे। 
रथयात्रा में जन प्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे। रथयात्रा इस्कॉन संस्था का शहर में प्रथम आयोजन है। जिसके चलते संस्था के सदस्य रथयात्रा की भव्य तैयारी में जुटे हुए हैं। यह बातें इस्कॉन प्रचार केंद्र दुर्ग के प्रमुख अनंत श्याम दास ने बुधवार को मीडिया से चर्चा में कही। श्री दास ने इस्कॉन संस्था की गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि इस्कॉन दुर्ग में पिछले तीन वर्षों से कार्य कर रही है। वर्तमान में इस्कॉन का अग्रवाल धर्मशाला 
बैगापारा में प्रचार केंद्र संचालित किया जा रहा है। जहां से 13 जुलाई को भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकालने की तैयारी है। यह रथयात्रा चंडी मंदिर मार्ग से होते हुए मान होटल चौक, इंदिरा मार्केट, स्टेशन रोड, पोलसायपारा, अग्रसेन चौक, ग्रीन चौक, राजेंद्र पार्क चौक, बस स्टैंड, पचरीपारा, इंदिरा मार्केट, पटेल चौक का भ्रमण कर अंत में पुरानी गंजमंडी गंजपारा पहुंचेगी। 
रथयात्रा के स्वागत में श्रद्धालुओं द्वारा पूरे रास्तेभर जगह-जगह स्वागत द्वार व स्टॉल लगाए जा रहे हैं। इस्कॉन प्रचार केंद्र के प्रमुख अनंत श्याम दास ने बताया कि लोगों के जीवन में  खुशिहाली   लाना संस्था का मुख्य उद्देश्य है। वर्तमान परिवेश में लोग किसी न किसी कारण से तनावग्रस्त और परेशान है। जिससे वे नशे की आदत पाल रहे हैं, अपराध की प्रवृत्ति बढ़ रही है या वे अपनी जान तक लेने का निर्णय कर बैठ रहे हैं। इसका समाधान केवल अध्यात्म  ही है, क्योंकि अध्यात्म में ही आनंद व खुशी है। इस्कॉन द्वारा इस विषय को श्रीमद् भागवत गीता के माध्यम से लोगों को शिक्षा देकर उनके जीवन में परिवर्तन लाने का कार्य किया जा रहा है। ऐसे कई लोग हैं, जिनकी अध्यात्म से जीवन बदल गई है। वे अब समाज व देश को विकास के रास्ते पर आगे बढ़ाने में पूरी क्षमता के साथ अपनी शक्ति का सदुपयोग कर रहे हैं। मीडिया से चर्चा के दौरान इस्कॉन प्रचार केंद्र के भक्त कीर्ति प्रभु व अन्य भक्त मौजूद थे।