कांग्रेस ने रेलवे में परोसे जा रहे खाने की गुणवत्ता पर उठाया सवाल, IRCTC ने दिया करारा जवाब
नई दिल्ली। कांग्रेस ने हाल ही में भारतीय रेलवे में परोसे जा रहे खाने की गुणवत्ता पर सवाल उठाया है और भाजपा की एनडीए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। कांग्रेस ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट के माध्यम से आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने रेलवे को बर्बाद कर दिया है, और न ही अब यात्रा सुरक्षित है और न ही खाना। कांग्रेस ने यह भी दावा किया कि रेलवे में घटिया भोजन की शिकायतें पिछले दो साल में 500% बढ़ गई हैं।
कांग्रेस ने आरटीआई से प्राप्त आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि रेलवे के खाने के वीडियो अक्सर वायरल होते रहते हैं, जिनमें कीड़े और कॉकरोच निकलते हैं। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार जनता से वसूली तो पूरी करती है, लेकिन सुविधाओं के मामले में कुछ नहीं करती। उनका यह भी कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आम जनता से कोई सरोकार नहीं है, बल्कि वे केवल अपने अमीर दोस्तों की चिंता करते हैं।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) ने भी एक्स पर एक पोस्ट जारी कर कांग्रेस के आरोपों का खंडन किया। आईआरसीटीसी ने कहा कि कांग्रेस द्वारा फैलाई गई जानकारी तथ्यात्मक रूप से सही नहीं है और जिन आंकड़ों का हवाला दिया गया है, वे भी तार्किक नहीं हैं। आईआरसीटीसी ने यह स्पष्ट किया कि तुलना कोविड वैश्विक महामारी के समय से की गई है, जब रेलगाड़ियों का संचालन पूर्ण रूप से नहीं हो रहा था और खाना गाड़ियों में नहीं परोसा जा रहा था।
आईआरसीटीसी ने आगे कहा कि 2021-22 में पके हुए भोजन की बहाली के बाद, प्रतिदिन औसतन 14 गुणवत्ता/स्वच्छता संबंधी शिकायतें प्राप्त होती थीं, जो कि प्रतिदिन परोसे जाने वाले लगभग 5 लाख पके हुए भोजन का 0.0029% है। वर्तमान में, 2023-24 में पके हुए भोजन पर गुणवत्ता/स्वच्छता संबंधी शिकायतें घटकर कुल परोसे गए भोजन का 0.0012% रह गई हैं। आईआरसीटीसी ने यह भी बताया कि सेवा प्रदाताओं के खिलाफ कार्रवाई प्रत्येक मामले की गंभीरता के आधार पर की जाती है।