जिला अस्पताल में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की कमी से चिकित्सा सेवा हो रही है प्रभावित
-जीवनदीप समिति के सदस्यों ने की कलेक्टर से मुलाकात
दुर्ग । जिला अस्पताल की व्यवस्था में सुधार लाने जीवनदीप समिति के आजीवन सदस्य दिलीप ठाकुर और मानद सदस्य प्रशंात डोनगांवकर लगातार प्रयासरत् है। इस सिलसिले में उन्होने शुक्रवार को जिला कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी से मुलाकात कर जिला अस्पताल में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती करने के अलावा अस्पताल में चिकित्सकीय सुविधा की दृष्टि से एबीजी मशीन उपलब्ध करवाने की मांग की। इस संबंध में कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा गया है। मांगो को कलेक्टर ने गंभीरता से लेते हुए उक्त संबंध में जल्द ही उचित पहल करने का भरोसा दिलाया है। इस संबंध में जिला अस्पताल जीवनदीप समिति के आजीवन सदस्य दिलीप ठाकुर ने बताया कि दुर्ग जिला अस्पताल 500 बिस्तर वाला अस्पताल है। यहां ओपीडी में प्रतिदिन 1 हजार से अधिक मरीज चिकित्सा सेवा का लाभ लेते है, किंतु अस्पताल में चतुर्थ श्रेणी के अंतर्गत पर्याप्त एवं निर्धारित संख्या में वार्ड ब्वॉय और आया की कमी है। यह कमी गुणात्मक और सकारात्मक चिकित्सा परिणाम में व्यवधान बन रहा है।वार्ड ब्वॉय व आया अस्पताल के दो अथवा तीन वार्डों में सेवा देते नजर आते है। इसका प्रमुख कारण संभवत रिटायरमेंट प्रक्रिया भी हो सकती है, किंतु रिक्त पदों में भर्ती नहीं होने से अस्पताल में वार्ड ब्वॉय व आया की कमी परेशानी का कारण बना हुआ है। उन्होने बताया कि जिला अस्पताल के आईसीयू में एबीजी मशीन की नितांत आवश्यकता है। मरीजों की बीमारी की जांच प्रक्रिया के लिए एबीजी मशीन जरुरी है। जिसकी अस्पताल में उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।