हरियाणा विधानसभा चुनाव - बीजेपी सरकार में विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष समेत कई पूर्व मंत्री भी हारे

हरियाणा विधानसभा चुनाव - बीजेपी सरकार में विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष समेत कई पूर्व मंत्री भी हारे

चंडीगढ़  । हरियाणा विधानसभा चुनावों में बीजेपी और कांग्रेस के कई दिग्गज नेता अपनी प्रतिष्ठा की रक्षा करने में असफल रहे हैं, जिससे उनके राजनीतिक भविष्य पर गहरा संकट छा गया है। इस चुनावी नतीजे ने दिखा दिया है कि न केवल वर्तमान नेतृत्व, बल्कि पूर्व मंत्रियों की भी जड़ें हिल गई हैं।
इस चुनाव में, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता को पंचकुला से 1997 वोटों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा। वे कुछ राउंड में आगे चल रहे थे, लेकिन अंतिम दौर में उनका फोकस कमजोर हो गया और चुनाव हार गए। वहीं, खट्‌टर सरकार के पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु भी नारनौंद से 12578 वोटों से पराजित हुए, जो उनके लिए एक बड़ा झटका है।
वहीं कांग्रेस के कुलदीप शर्मा, जो विधानसभा अध्यक्ष रहे थे, वह भी गन्नौर से चुनाव हार गए है । साथ ही भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा के रिश्तेदार करण दलाल भी चुनाव हार गए है ।
गोपाल कांडा, जो सिरसा से चुनावी मैदान में थे, उन्हें भी हार का सामना करना पड़ा, जबकि उनकी जीत को पहले से सुनिश्चित माना जा रहा था, क्योंकि बीजेपी ने वहां अपना प्रत्याशी वापस ले लिया था और कांडा को समर्थन दिया था। उन्हें कांग्रेस के गोकुल सेतिया ने 7234 वोटों से हराया।
बीजेपी के पूर्व मंत्री असीम गायेल अंबाला सिटी से 1131 मतों से हार गए, जबकि पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल और मंत्री डॉ. कमल गुप्ता भी अपने-अपने क्षेत्रों में हार गईं। इसके अतिरिक्त, पूर्व मंत्री ओम प्रकाश धनखड़, सुभाष सुंदा, कंवरलाल गुर्जर, कमलेश धांडा, और अभय सिंह यादव जैसे दिग्गज भी चुनावी मैदान में हारे।
कांग्रेस की स्थिति भी बहुत बेहतर नहीं रही; प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान को होडल से 2600 मतों से हार का सामना करना पड़ा। लालूप्रसाद यादव के दामाद चिरंजीव राव भी रेवाड़ी से चुनाव हार गए।इन चुनावी नतीजों ने स्पष्ट कर दिया है कि हरियाणा में राजनीतिक समीकरण बदल रहे हैं, और कई दिग्गज नेताओं के लिए यह समय विचार करने का है कि वे आगे किस दिशा में बढ़ेंगे।