डकैती एवं चोरी की घटना का माल खपाने वाला आरोपी चढ़ा दुर्ग पुलिस के हत्थे

डकैती एवं चोरी की घटना का माल खपाने वाला आरोपी चढ़ा दुर्ग पुलिस के हत्थे
RO. No. 13028/147

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RO. No. 13028/147

-रसमड़ा डकैती को अत्यंत गंभीरता से लेते हुये आईजी दुर्ग रेंज व पुलिस अधीक्षक दुर्ग के द्वारा तत्काल एसआईटी का गठन किया गया
-आरोपी के कब्जे से बरामद 50 लाख के सोने-चांदी की सिल्ली एवं सोने-चांदी गलाने, तौलने की मशीन
-गिरफ्तारी के डर से सकुनत बदल कर इंदौर में रह रहा था आरोपी।
पुलिस टीम द्वारा किराये का मकान ढुढऩे के बहाने चिंन्हाकित किया गया आरोपी का ठिकाना
-दुर्ग जिले के रसमड़ा में हुये डकैती एंव एनएसपीसीएल कालोनी में हुये नकबजनी का माल बरामद
-डीएसपी काईम हेम प्रकाश नायक के नेतृत्व में उनकी टीम एंव अंजोरा स्टाफ द्वारा 120 दिनों तक म.प्र. में कैंप लगा कर खंगाले थे डकैतों व माल खपाने वालों की पृष्ठभूमि
-पूर्व में प्रकरण के तीन आरोपियों को किया जा चुका है गिरफ्तार
आरोपी राजेन्द्र कटार के कब्जे से सोने के सिल्ली 600 ग्राम, चांदी 340 ग्राम जुमला कीमती 50 लाख बरामद
-गिरोह के माल खपाने वाले व डकैतों की लगातार की जा रही थी पता-तलाश

दुर्ग । मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि पुलिस चौकी अंजोरा थाना पुलगांव जिला-दुर्ग (छ.ग.) अपराध कमांक 279/2024 धारा 395 भा.द.वि. के प्रार्थी दिलीप मिश्रा पिता स्व. नागेश्वर मिश्रा उम्र 52 साकिन गनियारी रोड दिलीप टिंबर रसमड़ा चौकी अंजोरा जिला-दुर्ग (छ.ग.) द्वारा 08/06/2024 को रिपोर्ट दर्ज कराया कि दिनांक घटना समय 07,08/06/2024 के दरमियानी रात्रि घटना स्थल गनियारी रोड रसमड़ा प्रार्थी का मकान दिलीप टिंबर में अज्ञात पांच नकाबपोश आरोपियों द्वारा प्रार्थी के घर का दरवाजा तोड़कर प्रार्थी व उसकी पत्नी को जान से मारने की धमकी देकर उनके हाथ पैर बांधकर आलमारी तोड़कर उसमें रखे करीबन 35 तोला सोने के जेवरात सोने व नगदी रकम लगभग 26,000 रूपये तथा तीन नग घड़ी जुमला कीमती करीबन 20,00,000 रूपये को लूटकर ले जाने की रिपोर्ट पर धारा सदर का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।उक्त घटना को अत्यंत गंभीरता से लेते हुये पुलिस महानिरीक्षक राम गोपाल गर्ग (भापुसे), पुलिस अधीक्षक दुर्ग जितेन्द्र कुमार शुक्ला (भापुसे) स्वयं घटना स्थल पर जाकर घटना स्थल का निरीक्षण कर आरोपियों की शीघ्र पतासाजी करने के निर्देश प्राप्त हुये थे जिसके परिपालन में अ.पु.अ दुर्ग अभिषेक झा (रापुसे), अ.पु.अ दुर्ग (शहर) सुखनंदन राठौर (रापुसे) व नपुञ दुर्ग चिराग जैन (भापुसे), नपुअ मिलाई नगर सत्यप्रकाश तिवारी (रापुसे) के मार्गदर्शन में उपुअ काईम दुर्ग हेमप्रकाश नायक (रापुसे) को उपरोक्त प्रकरण का नेतृत्व सौंपी जाकर, निरीक्षक प्रभारी एसीसीयू तापेश्वर नेताम व चौकी प्रभारी अंजोरा उनि रामनारायण सिंह ध्रुव, एसीसीयू एवं चौकी की एक विशेष टीम गठित कर आरोपी पता-तलास हेतु लगाया गया था। उक्त टीम के द्वारा पूर्व में घटना के तीन आरोपी जगदीश उर्फ काला भाया, भंगूडावर तथा नूरसिंह चौहान को धार म.प्र. से पकड कर माल बरामद कर न्यायिक रिमांड पर जेल दाखिल कराया गयाहै। उक्त प्रकरण के फरार आरोपियों एवं डकैती की माल मशरूका को खरीदने वाले की पतासाजी हेतु एसीसीयू व अंजोरा की टीम को धार झाबुआ, अलीराजपुर म.प्र. में कैंप कराया गया था जिनके द्वारा डकैती की मशरूका को खरीदने वाले कपिल जैन ग्राम बोरी थाना बोरी जिला अलीराजपुर एवं प्रकरण में शामिल अन्य आरोपी दीपक सेंगर, अनिल चौहान, अनिल बघेल, गणपत हावर के संबंध में पतासाजी किया जा रहा था कि विश्वसनीय सूत्रों से टीम को खबर मिली की कपिल जैन के लिये चोरी डकैती से प्राप्त होने वाले सोने चांदी के जेवरातों को आरोपियों से प्राप्त कर कपिल जैन तक पहुंचाने का काम करने वाले आशीष पटलिया ग्राम व थाना बोरी जिला अलीराजपुर का रहने वाला है जो प्रकरण के आरोपी भूरसिंह चौहान के गिरफ्तारी बाद से अपने सकुनत से लगातार फरार है एंव वर्तमान में गुरूनानक कालोनी राजाबाग इंदौर में छुपकर रह रहा है कि सूचना पर टीम द्वारा उक्त स्थान की तस्दीकी हेतु स्वयं किरायेदार बन कर क्षेत्र में किराये के मकान खोजने के बहाने उक्त आरोपी के छुपे हुये स्थान की पतासाजी कर चिन्हांकित किया गया। जिसकी जानकारी से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया जिससे तत्?काल पुलिस अधीक्षक दुर्ग के निर्देश पर उप पुलिस अधीक्षक काईम के नेतृत्व में चौकी प्रभारी अंजोरा एवं एससीसीयू की एक और टीम बना कर तत्काल इंदौर रवाना किया गया जो इंदौर पहुंच कर पूर्व से कैंप किये टीम से संपर्क कर एक सांथ गुरूनानक कालोनी राजाबाग इंदोर उपरोक्त चिन्हांकित स्थान पर रेड किया गया जिसमे प्रकरण के आरोपी आशीष पटलिया रेड के पूर्व ही फरार हो गया था तथा आशीष पटलिया का सहयोगी राजेन्द्र कटार मौके पर मिला जिन से सघन पूछताछ किया गया जो अपने सांथ-सांथ आशीष पटलिया को कपिल जैन के एजेंट का कार्य करना स्वीकार किया एवं आशीष के पास पूर्व से ही छ.ग. पुलिस टीम के सदस्यों एवं पुलिस वाहन की तस्वीर पहुंच गई थी जिससे पकड़े जाने के डर से इंदौर के अपने ठिकाने से पहले से फरार हो जाना बताया एवं कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी राजेन्द्र कटार द्वारा बताया गया कि यह आशीष के सांथ चोरी लूट डकैती से प्राप्त सोने चांदी के गहनों को कपिल जैन के कहने पर ग्राम नरवाली, बोरी, बगोली, गुराडिय़ा व अन्य ग्रामों के रहने वाले भंगुडावर, जगदीश मोहनिया, भूरसिंह दीपक सेंगर, अनिल चौहान, अनिल बघेल, गणपतडावर व अन्य लोगों द्वारा चोरी लूट डकैती कर लाय सोने चांदी के जेवरों को उनके गांवों से लेकर आना व उन लोगों से उक्त सोने चांदी के बारे में पूछने पर दुर्ग-भिलाई से चोरी डकैती कर लाना बताये है। कपिल जैन द्वारा दिये गये सोने चांदी गलाने वाली मशीन से उक्त सोने-चांदी के जेवरातों को गला कर सोने चांदी की सिल्ली बनाकर कुछ सोने चांदी के सिल्ली को कपिल जैन को देना एवं कुछ को कुछ को कपिल जैन के कहने पर किराये के रूम में ही छुपाकर रखना बताये हैं। कपिल जैन द्वारा उपरोक्त सोने-चांदी को लाने ले जाने एवं गलाने के लिये पारिश्रमिक के रूप में प्रतिदिन के हिसाब से 500 रूपये देना बताये है। आरोपी राजेन्द्र कटार के कब्जे से किराये के मकान से टीम द्वारा 60 तोला सोना व 340 ग्राम चांदी की सिल्ली तथा एक सोने चांदी को गलाने की मशीन तथा दो तौल मशीन बरामद बाद आशीष पटलिया के छुपने वाले संभावित ठिकाने उनके बहन के निवास इडरिया थाना अमझेरा जिला धार म.प्र. में पुलिस टीम द्वारा रेड किया गया जो आरोपी वहां से भी फरार होग या जिसकी पता-तलास की जा रही है। प्रकरण में आरोपी राजेन्द्र कटार को गिरफ्तार कर वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। उपरोक्त कार्यवाही में उपुअ हेम प्रकाश नायक के नेतृत्व में निरीक्षक तापेश्वर नेताम, उनि रामनारायण सिंह ध्रुव, सउनि गुप्तेश्वर, प्र.आर. प्रदीप सिंह, आर. विकांत यदु, आर. बृजमोहन सिंह, योगेश चंद्राकर, आर. भोवश पटेल, महिला आरक्षक आरती सिंह की अहम भूमिका रहीं।