रेशम के धागे से जीवन की डोर को मजबूत बना रही हैं महिलाएं

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RO.NO. 12879/25

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- सोनारपाल के औद्योगिक पार्क में मिला महिलाओं को मिला रोजगार 
- औद्योगिक पार्क में जल्द शुरू होगा मिल्क प्रोजेक्ट 
बस्तर, (अर्जुन झा)। रेशम के धागे से सोनारपाल की की महिलाएं अपने जीवन की डोर को मजबूत बना रही हैं। जागरूक सरपंच श्याम कुमारी ध्रुव इसमें अहम भूमिका निभा रही हैं।सोनारपाल के ग्रामीण औद्योगिक पार्क में रेशम धागाकरण यूनिट में फिलहाल गांव की पंद्रह महिलाओं को रोजगार का साधन मिल गया है। आगे चलकर यहां मिल्क प्रोजेक्ट भी शुरू होने वाला है, जिसमें गांव की और लगभग पचास महिलाओं को रोजगार मिलेगा।
     जनपद पंचायत बस्तर की ग्राम पंचायत सोनारपाल के ग्रामीण औद्योगिक पार्क (रीपा) की रेशम धागाकरण यूनिट में कार्य का शुभारंभ किया गया। इस यूनिट में वर्तमान में 15 महिलाएं कार्य कर रही हैं। इन महिलाओं को धागाकरण का पंद्रह दिवसीय प्रशिक्षण रेशम विभाग द्वारा दिया जा रहा है। ये महिलाएं प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद यूनिट में धागाकरण का कार्य निरंतर करती रहेंगी। प्रशिक्षण उपरांत रेशम धागाकरण से जुड़ी महिलाओं को छह हजार रूपए से आठ हजार रूपए तक की मासिक आय होगी। आज के प्रशिक्षण कार्य कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सोनारपाल की सरपंच श्याम कुमारी ध्रुव, जनपद पंचायत बस्तर के मुख्य कार्यपालन भानुप्रताप चुरेंद्र,  रेशम विभाग के उप संचालक जेपी बरिहा, जिला पंचायत के डीपीएम रामकुमार देवांगन, रेशम विभाग के फील्ड ऑफिसर सतीश भंडारी, ग्राम पंचायत के पंच तुकाराम पंडा, कुरसो नायक व अन्य जन प्रतिनिधि एवं समूह महिलाएं एवं अन्य ग्रामीण मौजूद थे।
 रेशम विभाग जगदलपुर के उप संचालक जेपी बरिहा ने कहा कि आज कोसा से धागा निकालने ke प्रशिक्षण का शुभारंभ महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क  सोनारपाल में किया गया है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम पंद्रह दिनों के लिए है, जो 17 सितंबर तक चलेगा। इससे महिलाएं धागाकरण कार्य से स्वरोजगार प्राप्त कर सकेंगी। प्रशिक्षण उपरांत इन महिलाओं को धागाकरण का कार्य नियमित रूप से दिया जाएगा। उन्हें शासन द्वारा निर्धारित पारिश्रमिक उपलब्ध कराया जाएगा। महिलाएं कोसा से धागा निकालेंगी और उसके विक्रय की व्यवस्था महिलाएं स्वयं करेंगी। रेशम विभाग विक्रय के लिए सहयोग प्रदान करेगा। बाहर से आने वाले बुनकरों और व्यापारियों को धागा बेचा जाएगा। इसके लिए भी महिलाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा कि उत्पाद का विक्रय स्वयं करें।

-बहनें बनेंगी स्वावलंबी : श्याम कुमारी
ग्राम पंचायत सोनारपाल की सरपंच श्याम कुमारी ध्रुव ने कहा कि हमारी ग्राम पंचायत में रेशम धागाकरण का प्रशिक्षण शुरू होने से महिलाओं को  रोजगार का बेहतर साधन मिलेगा। हमारी बहनें अच्छे से काम करके आर्थिक रूप से सक्षम एवं स्वावलंबी बन सकेंगी और अपने परिवार के जीवन यापन में अच्छे से योगदान दे सकेंगी। सुश्री ध्रुव ने कहा कि अभी दो समूहों की महिलाएं प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं। धागाकरण के लिए 15 मशीनें आई हैं। इन मशीनों से दोनों समूहों की महिलाएं अभी यहां काम करेंगी। आगे और भी बहुत सारे कार्य शुरू होंगे। जल्द ही मिल्क प्रोजेक्ट भी चालू होने वाला है। इस प्रोजेक्ट में 40 - 50 महिलाओं को रोजगार मिलेगा। हमारी बहनें दूध से मठा, दही, पनीर, खोवा व अन्य उत्पाद बनाकर धन अर्जित करेंगी। उल्लेखनीय है कि सरपंच श्याम कुमारी ध्रुव अपनी पंचायत की महिलाओं को जागरूक और आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार काम करती आ रही हैं। उनकी पहल पर महिलाएं रीपा से जुड़कर अपना भविष्य संवार रही हैं।होम साइंस समूह की सुमित्रा सोनी ने कहा कि हम,15 बहनें रीपा में रेशम धागा का काम कर रही हैं। हम लोग कार्य को लेकर बहुत संतुष्ट हैं। बहुत दिनों से हम लोग का काम करने का मन था। हमें पर्याप्त मशीनें मिली हैं और हम लोग कड़ी मेहनत करके इस कार्य को आगे बढ़ाएंगे।