बालाघाट। तिरोड़़ी तहसील के ग्राम हथौड़ा निवासी वृद्ध जन धुवे प्रसाद लेदे पिता मारुती लेदे के लिए स्वास्थ विभाग की आपातकालीन सेवा संजीवनी-108 मददगार बन गई है और उनकी जीवन रक्षा में सहायक बनी है। इसमें संजीवनी-108 एम्बुलेंस के ईएमटी डॉ गौरीशंकर पटले एवं पायलेट प्रवीण का बहुत बड़ा योगदान रहा है।
ग्राम हथौड़ा के बुजुर्ग व्यनक्ति धुवे प्रसाद लेदे 03 अक्टूबर की रात्रि में माँ दुर्गा प्रतिमा विर्सजन देखने घर से बाहर निकले थे। तभी अचानक पैर फिसलने से वे नीचे गिर गये और उनके दांये कुल्हे के पास से पैर की हड्डी टूट गई।
उनके पुत्र फागूलाल लेदे व चित्रसेन लेदे के द्वारा संजीवनी-108 में फोन किया गया। कंट्रोल रूम से सूचना मिलते ही ईएमटी डॉ गौरी शंकर पटले व पायलेट प्रवीण संजीवनी-108 एम्बुलेंस लेकर घटना स्थल ग्राम हथौड़ा पहुंचे। लेकिन वृद्ध जन धुवे प्रसाद के घर तक का पहुँच मार्ग बहुत संकरा होने के कारण एम्बुलेंस का घर तक पहुंचना संभव नहीं था। तब ईएमटी डॉ गौरी शंकर पटले व ग्रामीण जन के सहयोग से मरीज को ईसपाईन बोर्ड में एम्बुलेंस तक पहुँचाया गया एवं मरीज की स्थिति को देखते हुए ईएमटी डॉ पटले द्वारा मरीज को जिला चिकित्सालय बालाघाट में भर्ती कराया गया। समय पर अस्पताल पहुंच जाने से धुवे प्रसाद को बहुत राहत पहुंची है। यदि समय पर संजीवनी-108 एम्बुलेंस की सेवा नहीं मिलती को धुवे प्रसाद के साथ अनहोनी घटना हो सकती थी।
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