-नारडा के नए सीईओ की तलाश शुरू
-दिल्ली जाने वाले अधिकारी होंगे कार्यमुक्त, सचिव स्तर पर होगा फेरबदल
रायपुर। सुशासन तिहार के दौरान जिन कलेक्टरों के खिलाफ गंभीर शिकायतें मिली थी, उन्हें हटाने के लिए प्रशासनिक कवायद शुरू हो गई है। बताया जाता है बड़े जिलों के 5-6 जिलों के कलेक्टरों पर भी गाज गिरेगी। इधर जिन अधिकारियों को दिल्ली प्रतिनियुक्ति पर भेजा रहा है। उनमें नारडा के सीईओ सौरभ कुमार और आईएस पी अन्बलगन, संस्कृति सचिव एवं उनकी पत्नी डी. अलरमेल मंगई, देव सेनापति को कार्यमुक्त करने के लिए आवश्यक फाइल मुख्य सचिव कार्यालय गई है, लेकिन अभी तक वापिस नहीं आई है। इसलिए उन्हें विभाग द्वारा कार्यमुक्त नहीं किया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार सुशासन तिहार के मुख्यमंत्री ने सभी जिलों का दौरा किया था, इस दौरान शिक्षकों की कमी प्रधानमंत्री आवास, प्रधानमंत्री सड़क योजना एवं व्यापक शिकायतें आयी थी। मुख्यमंत्री ने शिकायत मिलने पर जमीनी स्तर पर कई अधिकारियों को निलंबित किया था। सुशासन तिहार समाप्त होने के बाद मुख्यमंत्री विभिन्न विभागों की समीक्षा कर रहे हैं। बताया जाता है कि कई बड़ जिलों के कलेक्टरों का नाम तय कर लिया गया है। दिल्ली से लौटने के बाद मुख्यमंत्री फिर से कामकाज में सक्रिय हो गए हैं। आज आदिम जाति विभाग की समीक्षा की जाएगी। कल 11 जून कबीर जयंती की छुट्टी होने के पश्चात शीघ्र ही, नया आदेश जारी होनी की संभावना है।
नारडा को मिलेगा नया सीईओ..
नारडा के सीईओ आईएएस अधिकारी सौरभ कुमार की पदस्थापना नई दिल्ली स्थित रेवेन्यू विभाग के डायरेक्टर के रूप में कर दी गई है। इसलिए यहां पर नए सीईओ की तलाश जारी है। सीईओ का कार्य काफी महत्वपूर्ण होता है। इसके लिए कई आईएएस अधिकारी सक्रिय हैं। बताया जाता है कि हफ्ते के अंदर नया सीईओ नियुक्त किया जाएगा। इधर आईएएस दंपति पी अन्बलगन एवं उनकी पत्नी को भी दिल्ली में पदस्थ करने संंबंधी आदेश जारी हो गया है। वहीं देव सेनापति को भी कार्यमुक्त किया जाएगा। मुख्य सचिव के पास फाइल लंबित है। इसके साथ ही सचिव स्तर के विभागों में भी फेरबदल होगा।
संपादक- पवन देवांगन
पता - बी- 8 प्रेस कॉम्लेक्स इन्दिरा मार्केट
दुर्ग ( छत्तीसगढ़)
ई - मेल : dakshinapath@gmail.com
मो.- 9425242182, 7746042182
हिंदी प्रिंट मीडिया के साथ शुरू हुआ दक्षिणापथ समाचार पत्र का सफर आप सुधि पाठकों की मांग पर वेब पोर्टल तक पहुंच गया है। प्रेम व भरोसे का यह सफर इसी तरह नया मुकाम गढ़ता रहे, इसी उम्मीद में दक्षिणापथ सदा आपके संग है।
सम्पूर्ण न्यायिक प्रकरणों के लिये न्यायालयीन क्षेत्र दुर्ग होगा।
Copyright 2024-25 Dakshinapath - All Rights Reserved
Powered By Global Infotech.