मॉडल गोठानों में आजीविका से संबंधित व्यक्तिमूलक गतिविधियां प्रारंभ

मॉडल गोठानों में आजीविका से संबंधित व्यक्तिमूलक गतिविधियां प्रारंभ

दक्षिणापथ। घर में एक्वेरियम हो तो इससे पूरे घर की खूबसूरती में चार चांद लग जाते हैं। ऐसा हो भी क्यूं न स्पार्कलिंग पानी और रंगीन मछलियां सभी एकसाथ मिलकर एक अलग दुनिया की सैर कराते हैं। वहीं, इन सबके साथ अगर आप इसमें पौधे लगा देते हैं तो एक्वेरियम और भी खूबसूरत लगेगा। हालांकि, अगर आपको यह पता नहीं है कि एक्वेरियम में किस तरह के पौधे लगाए जा सकते हैं तो आइए आज इसी के बारे में जानते हैं।
अमेजन स्वॉर्ड
एक्वेरियम में अमेजन स्वॉर्ड लगाना बेहतरीन है क्योंकि यह आसानी से पानी में विकसित होता है। सबसे अच्छी बात तो यह है कि आपको इस पौधे की अधिक देखभाल करने की भी आवश्यकता नहीं है। हालांकि, इस बात का खास ध्यान रखें कि इसे लगाने के बाद एक्वेरियम को घर में किसी ऐसी जगह पर रखें, जहां सूरज की सीधी रोशनी पड़ती हो। बता दें कि आमतौर पर यह पौधा 20 इंच तक बढ़ता है।
मनी प्लांट
मनी प्लांट की जड को एक्वेरियम के अंदर और पत्तियों की डाली को इसके बाहर लटकाएं। यह अन्य पौधों और एक्वेरियम दोनों के लिए फायदेमंद है क्योंकि यह नाइट्रेट्स को अवशोषित करता है और विकास के लिए उनका इस्तेमाल करता है। वहीं, पर्याप्त रोशनी से मनी प्लांट अधिक विकसित होता है। इसके अलावा, यह एक वास्तु पौधा भी है, जो घर में भाग्य लाने और इसे खूबसूरत लुक देने में भी सहायक है।
वॉटर लिली
जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है, वॉटर लिली खास पानी में ही पनपने वाला पौधा है और इस पर उगने वाले गुलाबी रंग के फूल एक्वेरियम की खूबसूरती में चार चांद लगा सकते हैं। खास बात है कि वॉटर लिली के पौधे को लगाने के बाद अधिक देखभाल की आवश्यकता नहीं होती है। हालांकि, ध्यान रखें कि हफ्ते में तीन दिन इसमें थोड़ी खाद डालनी होती है।
जलकुंभी
जलकुंभी भी पानी में उगाया जाने वाला पौधा है, इसलिए इसे भी एक्वेरियम में उगाया जा सकता है। खास बात तो यह है कि इसे लगाने के बाद अगर इसकी देखभाल न भी की जाए तो भी यह अपने आप उगता रहेगा क्योंकि इसे कोई भी प्लांट फर्टिलाइजर नहीं चाहिए होता है। कई तरह के जलकुंभी पौधों को तो मिट्टी की जरूरत भी नहीं होती है। ये अपने आप बढ़ते और फूलते रहते हैं।