छत्तीसगढ़ में कोरोना टीकाकरण का आंकड़ा 4 करोड़ से पार

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दक्षिणापथ, बालोद। बालोद जिले वासियों के लिए मिशन साइबर कवच किसी वरदान से कम नहीं। जो मोबाइल कभी गुम हो गया था और पाने की उम्मीद भी छोड़ दी थी लेकिन बालोद पुलिस पर भरोसा कर मोबाइल गुम की सूचना पत्र के माध्यम से सौंप दी थी। आज उसी भरोसे को साइबर सेल की टीम अमल करके दिखा रही है।

दरअसल बीते साल और इस साल जिले के सैकड़ों लोगों का मोबाइल कहीं खो गया था। जिसको लेकर मोबाइल के मालिकों ने थाने में आवेदन जमा कर मोबाइल गुम होने की सूचना दी थी। सभी आवेदनों को साइबर सेल भेजा गया। 2 माह पहले बालोद जिले में नए पुलिस अधीक्षक सदानन्द कुमार के आने के बाद एक मुहिम छेड़ी गई जिसे मिशन साइबर कवच नाम दिया गया। इस अभियान के तहत लोगों को साइबर ठगी से बचाने के साथ ही गुम हुए मोबाइल की खोजबीन करना है। मिशन जोर तब पकड़ी जब सायबर सेल के नोडल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डीआर पोर्ते व गुंडरदेही थाना प्रभारी रोहित मालेकर को साइबर सेल प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई। दिन-रात जी तोड़ मेहनत कर गुम हुए मोबाइल की खोजबीन में साइबर सेल की टीम जुट गई और 4 दिन पहले 57 लोगों को अपना खोया हुआ मोबाइल वापस मिला। मोबाइल मिलने का कारवां यहीं पर नहीं थमा बल्कि कई ऐसे आवेदन जिनके मोबाइल उन 57 मोबाइल में शामिल नहीं थे उन्हें खोज निकालने का सिलसिला अब भी जारी है।

लोगों को नहीं होगी परेशानी

साइबर सेल प्रभारी रोहित मालेकर ने कहा की मोबाइल जिंदगी का एक अभिन्न अंग हो गया है। आज लोगों के हाथ में मोबाइल नहीं होने से उनका सारा सुख चैन छीन जाता है। ऐसे में पुलिस पर उम्मीदों के कयास लगाए लोगों की मदद करना बालोद पुलिस का काम है और इसी के चलते पुलिस अधीक्षक श्री सदानंद कुमार के आदेश से साइबर कवच ,साइबर अपराधों से सुरक्षा अभियान के तहत लगातार गूम हुए मोबाइल खोजने का सिलसिला साइबर सेल की टीम कर रही है।