नायरा को मिला यंग अचीवर्स अवार्ड ...

नायरा को मिला यंग अचीवर्स अवार्ड ...
- ग्राम चटौद, नारी के मल्टी युटिलिटी सेंटर सहित कुरूद में हथकरघा के कार्यों का किया अवलोकन दक्षिणापथ, धमतरी। प्रदेश के ग्रामोद्योग, स्कूल शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा के प्रमुख सचिव एवं छत्तीसगढ़ रोजगार मिशन के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आलोक शुक्ला ने आज जिले के प्रवास के दौरान कुरूद विकासखण्ड में मल्टी युटिलिटी सेंटर चटौद, नारी सहित कुरूद का दौरान कर महिला स्वसहायता समूहों के द्वारा किए जा रहे सृजनात्मक एवं आयमूलक कार्यों का अवलोकन किया। साथ उनके द्वारा किए जा रहे उल्लेखनीय कार्यों की सराहना भी की। इस दौरान उन्होंने चटौद के मल्टी युटिलिटी सेंटर में सी-मार्ट का अवलोकन किया, जहां पर महिलाओं द्वारा उत्पादित जैविक सब्जी-भाजी एवं उनके द्वारा तैयार की गई खाद्यान्न सामग्री, मृदाशिल्प का बारीकी से अवलोकन किया। इसी तरह ग्राम नारी के मल्टी युटिलिटी सेंटर में हथकरघा तथा मिट्टी से बनाई जा रही दैनिक उपयोग एवं साज-सज्जा की सामग्री का प्रमुख सचिव ने अवलोकन कर समूह की महिलाओं से प्रतिक्रिया ली। प्रमुख सचिव डॉ. शुक्ला आज दोपहर को सबसे पहले चटौद स्थित मल्टीयुटिलिटी सेंटर पहुंचे, जहां पर उन्होंने महिला स्वसहायता समूहों की महिलाओं द्वारा तैयार किए गए मृदाशिल्प के तहत निर्मित उत्पादों का अवलोकन किया। इसके बाद सी-मार्ट में तैयार किए गए दैनिक उपयोग की खाद्यान्न सामग्री यथा अचार, पापड़, बड़ी, दाल, चावल, सुगंधित नगरी दूबराज चावल सहित छत्तीसगढ़ के हर्बल उत्पाद, वर्मी कम्पोस्ट, साजसज्जा के सामानों को भी देखा। साथ ही उन्होंने समूह के कार्यों की तारीफ करते हुए कतिपय उत्पादों का क्रय भी किया। इस दौरान उनके साथ मौजूद कलेक्टर पी.एस. एल्मा ने बताया कि वहां पर दाल मिल की भी स्थापना की गई, जिससे कि इन समूहों को सुपर मार्ट की भांति आधुनिक बाजार के दौर में प्रतियोगी योग्य बनाया जा सके। इस दौरान प्रमुख सचिव ने समूहों को आत्मनिर्भर बनाने जिला प्रशासन के द्वारा किए गए जा रहे प्रयासों की प्रशंसा की। इसके उपरांत वे ग्राम नारी के मल्टी युटिलिटी सेंटर पहुंचे, जहां पर उन्होंने ग्लेजिंग युनिट के तहत पहले हाथकरघा इकाई तथा उसके उपरांत मृदाशिल्प के कार्यों को करीब से जाना। साथ ही वे छत्तीसगढ़ माटीकला बोर्ड के सहयोग के उक्त पारम्परिक कार्यों की जुड़ी महिलाओं से रू-ब-रू हुए। यहां पर समूह की महिलाओं के द्वारा मिट्टी की विभिन्न कलाकृतियां जैसे मिट्टी के बरतन, बोतल, गिलास, कुल्हड़, कप, फूलदान आदि बनाए जाते हैं। प्रमुख सचिव डॉ. शुक्ला ने मिट्टी के उत्पादों पर उकेरी गई कलाकृतियों की मुक्तकण्ठ से सराहना की। इस दौरान बताया गया कि महिलाओं का समूह तैयार कर पहले उन्हें बोर्ड के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया, उसके बाद उत्पाद तैयार कर मार्केट में बेचा जा रहा है। इस पर प्रमुख सचिव ने सिरेमिक उत्पादों का भी कार्य यहां पर प्रारम्भ करने की बात कही, साथ ही इन उत्पादों के प्रचार-प्रसार तथा विक्रय के लिए ठोस पहले करने के निर्देश कलेक्टर को दिए। इसके उपरांत उन्होंने कुरूद स्थित हथकरघा विकास संस्थान में हैण्डलूम और पॉवरलूम के ताने-बाने से तैयार किए जा रहे विभिन्न किस्म के वस्त्रों के तैयार करने की प्रक्रिया देखी तथा इनकी बेहतरी के लिए आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने की बात कही। इस अवसर पर जिला पंचायत की सी.ई.ओ. श्रीमती प्रियंका महोबिया, जनपद पंचायत कुरूद के सी.ई.ओ. एवं आजीविका मिशन के मैदानी अधिकारी उपस्थित रहे।