चीन से मंगाई रैपिड किट पर उठ रहे सवाल

चीन से मंगाई रैपिड किट पर उठ रहे सवाल

दक्षिणापथ, नगपुरा / दुर्ग । श्री उवसग्गहरं पार्श्व तीर्थ नगपुरा में चातुर्मास बिराजमान पूज्य मुनिराज श्री प्रशमरतिविजयजी म.(देवर्धि साहेब) ने आज आचारांग सूत्र की व्याख्या करते हुए प्रवचन मे कहा कि 
जो परीक्षा का सामना नहीं करता है वह हंमेशा कमज़ोर रह जाता है । समस्याएं हमें मज़बूत बनाने के लिए आती हैं । पिछ्ले डेढ. वर्ष. से हमने जो संकट देखे हैं उसके चलते यह बहोत जरूरी हो गया है कि हम नए रूप में उभर कर आएं । हमें अपने तनाव को समझ लेना चाहिए । दो बातें स्पष्ट होनी चाहिए । एक , मुझे तनाव रहता है । दो , मेरा तनाव मिट सकता है । अहंकार वश आदमी कबूल नहीं करेगा कि मुझे तनाव है । आज के समय में अगर कोइ कहे कि मुझे तनाव नहीं है तो समझ लो वह झूठ बोल रहा है । तनाव से मुक्त वही होगा जो सच्चाई का स्वीकार करेगा . जो तनाव को छिपायेगा वह तनाव से टूट जाएगा । हम अकेले अकेले अपने तनाव को मिटा नहीं सकते हैं । उर्जावान् लोगों से बातें करने से तनाव में कमी आ सकती है । हम जिससे बात करते हैं वो स्वयं तनाव से ग्रस्त हो ऐसी परिस्थिति में तनाव मुक्त होना कठिन हो जाता है ।
आज के जीवन में जो अच्छा है , श्रेष्ठ है उसे देखकर खुश होते रहिये । पिछले डेढ़ वर्ष में हमने विषम परिस्थति को देखा , बहुतो अपने स्वजन खोये ! हम भी डरते रहे कि मुझे कुछ हो जाएगा । और सच्चाई यही है कि हमे आजतक कुछ हुआ नहीं है । हम आज जिंदा हैं यही सबसे बड़ा चमत्कार है . हमारा जिंदा होना ही हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि है ।
किसी के साथ कुछ भी हो सकता था , हुआ भी । परंतु हम निर्विघ्न जिंदगी जी रहे हैं । इस बात को लेकर खुशी महसूस कीजिये . आप मनुष्य गति में है , यह खुशी की बात है । आप धर्मक्रिया में सक्रिय है , यह खुशी की बात है । आप देव गुरु की सेवा कर पाते है , यह खुशी की बात है । अपने जीवन में जो भी खुश होने लायक परिस्थितिया है उन्हें बार बार याद कीजिए और उसकी प्रसन्नता महसूस कीजिये . तनाव कम करने में इससे बड़ी सहाय मिलेगी । तनाव आत्मविश्वास को तोड़ता है । प्रसन्नता आत्मविश्वास को बढ़ाती है । कल सुविशाल गच्छाधिपति दीक्षा युग प्रवर्तक पूज्यपाद आचार्य श्रीमद् विजय रामचंद्र सूरीश्वर जी म सा की ३० पुण्यतिथि पर गुणानुवाद सभा होगी ।