भाजपा प्रदेश मंत्री प्रबल प्रताप सिंह जूदेव व सांसद गोमती साय की मौजूदगी में कांसाबेल क्षेत्र के 90 युवाओ ने भाजयुमो की ली सदस्यता..सभी युवाओ का भगवा गमछा पहनाकर किया गया स्वागत..

भाजपा प्रदेश मंत्री प्रबल प्रताप सिंह जूदेव व सांसद गोमती साय की मौजूदगी में कांसाबेल क्षेत्र के 90 युवाओ ने भाजयुमो की ली सदस्यता..सभी युवाओ का भगवा गमछा पहनाकर किया गया स्वागत..
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बीजिंग | चीन ने गुरुवार को स्वतंत्र रूप से पहला मंगल मिशन लॉन्च किया। 2022 तक स्पेस स्टेशन बनाने की महत्वाकांक्षा रखने वाले देश के लिए यह एक मील का पत्थर है। Tianwen-1 नाम से लॉन्च किए गए इस मिशन से चीन उस क्लब में शामिल हो गया है जिसमें अमेरिका, यूरोप, रूस और भारत और यूएएई ही हैं। चीन ने 2011 में पहला मंगल यान Yinghuo-1 नाम से लॉन्च किया था, लेकिन यह फेल हो गया था। गुरुवार को चीनी आधिकारिक मीडिया ने बताया कि हैनान प्रांत स्थित वेंशांग स्पेसक्राफ्ट से 12:41 बजे देश के सबसे बड़े लॉन्च वीइकल मार्च-5 रॉकेट के जरिए 5 टन वजनी अंतरिक्ष यान Tianwen-1 को लॉन्च किया गया। शिन्हुआ ने चाइना नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (CNSA) के हवाले से बताया, ''36 मिनट बाद अंतरिक्ष यान, जिसमें एक ऑर्बिटर और रोवर है, अर्थ-मार्स ट्रांसफर ऑर्बिट में ट्रांसफर किया गया। यह मिशन करीब 7 महीने में पूरा होगा।'' Tianwen एक मंदारिन शब्द है, जिसका अर्थ होता है- स्वर्ग से सवाल, इसे प्राचीन चीन (340-287 बीसी) के एक महान कवि क्यू युआन की कविता से लिया गया है। CNSA ने कहा, ''यह नाम सत्य, विज्ञान को आगे बढ़ाने और प्रकृति व ब्रह्मांड की खोज में चीनी राष्ट्र की दृढ़ता को दर्शाता है।'' चाइनीज अकैडमी ऑफ साइंसेज से जुड़े एक एक्सपर्ट ने शिन्हुआ को बताया कि मार्स रोवर लाल ग्रह पर करीब 90 मार्स दिन तक काम करेगा, जोकि पृथ्वी के तीन महीनों से अधिक है। यहां रोवर कई तरह की जांच करेगा। इस मिशन का उद्देश्य मंगल की सतह पर बर्फ की खोज के साथ सतह की संरचना और पर्यावरण के बारे में खोज है।