भाजपा को बेमेतरा में प्रत्याशी तय करने में इतनी दिक्कत क्यों आ रही ?!?

भाजपा को बेमेतरा में प्रत्याशी तय करने में इतनी दिक्कत क्यों आ रही ?!?

बेमेतरा। बेमेतरा सीट पर भाजपा आखिर अपने प्रत्याशी की घोषणा क्यों नहीं कर रही है। बड़ा सवाल तैर रहा है।  भाजपा ने 85 सीटों पर अपने कैंडीडेट्स की घोषणा कर दी है, किंतु बेमेतरा, बेलतरा व पंडरिया सीट पर प्रत्याशी नहीं उतरे हैं। भाजपा की जो सूची लिक हुई थी, उसमें बेमेतरा से राहुल टिकरिहा का नाम सामने आया था। किंतु अब कहा जा रहा हैं कि भाजपा में प्रवेश किए योगेश तिवारी पर पार्टी मोहर लगा सकती है। यदि बेमेतरा सीट पर महिला प्रत्याशी उतारने की नौबत आई तो संध्या परगनिहा के नाम पर विचार किया जा सकता है ।साथ ही सैनिक परिवार से वास्ता रखने वाली एक महिला का नाम भी भाजपा  विचार मंत्रना कर रही है । बेमेतरा में अभी कांग्रेस के आशीष छाबड़ा विधायक है। एक हद तक संभावना है कि इस बार भी कांग्रेस के प्रत्याशी वही होंगे। जिन नाम की चर्चा ज्यादा चल रही है, उनमें शामिल योगेश तिवारी पहले कांग्रेस में रहे हैं पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निकटवर्ती रहे हैं। योगेश तिवारी भले ही पहले कांग्रेस में रहे, मगर वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से उनका 36 का आंकड़ा रहा। कांग्रेस में बात नहीं बनने पर योगेश तिवारी ने भाजपा प्रवेश कर लिया। बेरला क्षेत्र के ग्राम नेवनारा के मूल निवासी योगेश तिवारी शुरू से रायपुर में रहे हैं । मगर बेमेतरा की राजनीति पर उनका रुझान शुरू से रहा है।
2018 के चुनाव में योगेश तिवारी को कांग्रेस ने रायपुर की एक सीट पर प्रत्याशी बनाया था। मगर वह चुनाव हार गए थे।
इन सब के अलावा पूर्व विधायक अवधेश चंदेल भी भाजपा के प्रत्याशी हो सकते हैं अवधेश चंदेल 2013 के चुनाव में कांग्रेस के ताम्रध्वज साहू को इस सीट पर चुनाव हरा चुके हैं। पिछले चुनाव में अवधेश चंदेल कांग्रेस के आशीष छाबड़ा से हार गए थे।
फिलहाल दुर्ग संभाग के विधानसभा सीटों में अधिकांश पर भाजपा ने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं । बेमेतरा सीट को रोककर क्यों रखा गया है, इस पर लोगों के अपने-अपने कयास है  हाल के दिनों में बेमेतरा विधानसभा सीट राज्य के लिए महत्वपूर्ण सा प्रतीत होने लगा है। जब पार्टी पाटन जैसे महत्वपूर्ण सीट पर 3 महीने पहले प्रत्याशी घोषित कर सकती है, तो बेमेतरा में क्या दिक्कत आ रही है, लोग समझने का प्रयास कर रहे हैं।