स्व.जगन्नाथ पटेल का मृत शरीर मानवता की भलाई के लिए समर्पित
-चिकित्सा अध्ययन हेतु प्रनाम की पहल पर पूरे परिवार ने किया था देहदान
भिलाई। मानवता की भलाई के लिए जगन्नाथ डी पटेल के मरणोपरांत उनकी पार्थिव किया। मानवता की भलाई के लिए चिकित्सा अध्ययन हेतु समर्पित की गई। वैशाली नगर EWS 153 निवासी पटेल परिवार के सभी चार वयस्क सदस्यों द्वारा देहदान का संकल्प लिया गया था। गत 22 सितंबर को प्रनाम के अध्यक्ष पवन केसवानी की काउंसलिंग के पश्चात जगन्नाथ पटेल उनकी पत्नी राजोदेवी, दोनों बेटियां प्रभा पटेल और सुनीता पटेल ने देहदान हेतु संयुक्त रूप से वसीयत जारी की थी। बैंक ऑफ़ बड़ौदा से सेवानिवृत जगन्नाथ पटेल का निधन 79 साल की उम्र में हो गया। जिसकी सूचना परिजनों द्वारा पवन केसवानी को दी गई इसके पश्चात देहदान हेतु वाहन व्यवस्था के अलावा अन्य अनौपचारिकताएं संपन्न करवाई गई।
देहदानी स्व. जगन्नाथ पटेल की अंतिम यात्रा के दौरान उनकी पत्नी राजोदेवी दोनों बेटियां प्रभा और सुनीता के अलावा दिनेश मिश्रा, पवन केसवानी, दिगंबर ए.करमकर, राजाराम जाधव, मनोज मिश्रा एम एल गोपाल, राधेश्याम प्रसाद,आशीष जैन,मितू राजवंशी आदि प्रबुद्धजनों ने देहदान के पुनीत कार्य में अपनी सहभागिता प्रदान की। देहदान हेतु प्रेरक संस्था प्रनाम के द्वारा विगत 16 वर्षों में अभी तक 2052 लोगों को देहदान हेतु प्रेरित किया जा चुका है। जिसमें 218 लोगों के मरणोपरांत उनकी पार्थिव काया छत्तीसगढ़ के विभिन्न मेडिकल कॉलेज में अध्ययन एवं अध्यापन कार्य के माध्यम से मानवता की भलाई के लिए समर्पित की हो चुकी है।