अनंत-राधिका अंबानी की शादी के कार्ड में जड़ा है सोने और चांदी का मंदिर

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RO No.12784/129

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वाराणसी। उद्योगपति मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी के विवाह पूर्व के उत्सव को पूरी दुनिया ने देखा। अब जब उनकी शादी के दिन नजदीक आ रहे हैं और लोगों तक शादी के कार्ड पहुंच रहे हैं तो उसकी चर्चाएं भी हर किसी की जुबान पर हैं। हर कोई जानना चाहता है कि नीता अंबानी ने जो कार्ड बाबा विश्वनाथ, मां अन्नपूर्णा और मां विशालाक्षी को अर्पित किए हैं, उसकी खास बात क्या है?
अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की शादी का कार्ड सुनहरे रंग के बॉक्स में है। उसे खोलते ही सबसे पहले चतुर्भुज स्वरूप में भगवान विष्णु की तस्वीर लगी है। तस्वीर को हटाते ही वैदिक मंत्रों की मनोहारी धुन सुनाई देती है। इसके बाद चांदी के सुनहरे रंग के डिब्बे में विवाह के आयोजन की तिथियों के निमंत्रण पत्र रखे गए हैं। इसमें ही चांदी के मंदिर में गणेश जी, मां दुर्गा, राधा कृष्ण और भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की स्वर्ण प्रतिमाएं भी रखी हुई हैं।
विशालाक्षी मंदिर के महंत सुरेश कुमार तिवारी ने बताया कि ऐसा अद्भुत और अलौकिक शादी का कार्ड आज के पहले उन्होंने कभी नहीं देखा था। यह कार्ड तो उनके मोहल्ले में चर्चा का विषय बना हुआ है। हर कोई देखना चाहता है कि नीता अंबानी के बेटे की शादी का कार्ड कैसा है। कार्ड देखने के लिए सुबह से ही लोगों की कतार लगी रहती है।
हर समारोह के लिए अलग कार्डः
12 जुलाई को मुंबई में होने वाले इस भव्य समारोह के निमंत्रण पत्र में हर आयोजन के लिए अलग-अलग कार्ड हैं। इसमें चांदी से बना एक कार्ड है जो प्राचीन मंदिर के मुख्य द्वार जैसा है। इसमें आयोजनों का विवरण है। 12 जुलाई को विवाह, 13 जुलाई को आशीर्वाद समारोह और 14 जुलाई को रिसेप्शन होगा। एक अन्य कार्ड में भगवान विष्णु और हिंदू देवताओं की शानदार नक्काशी वाली मूर्तियां हैं। इसमें एआर के नाम से कढ़ाई किया हुआ कपड़ा, एक नीली शॉल और उपहार से भरा एक चांदी का डिब्बा।
करीब 6-7 लाख रुपए हो सकती है कीमतः
नीता अंबानी ने बाबा विश्वनाथ को पहला निमंत्रण पत्र अर्पित किया था। ये वेडिंग कार्ड काफी कीमती है। इसकी असली कीमत के बारे में अभी कोई सही जानकारी उपलब्ध नहीं है। हालांकि कार्ड के दुकानदारों के अनुसार इसकी कीमत छह से सात लाख रुपए तक हो सकती है।
मां विशालाक्षी मंदिर के महंत पं के महंत पं राजनाथ तिवारी ने बताया कि चैत्र नवरात्र के पंचमी तिथि को मां विशालाक्षी विशालाक्षी का दर्शन पूजन का विशेष महत्व है। 51 शक्तिपीठों में पांचवां स्थान मां विशालाक्षी का मंदिर है। जहां बाबा श्रीकाशी काशी विश्वनाथ रात्रि विश्राम के लिए आते हैं। मान्यता है कि यहां पर माता का मुख गिरा था।