होम / दुर्ग-भिलाई / नशे की लत बढ़ा रही अपराध, प्रदेश को नशामुक्त बनाने की दिशा में पहल करने की आवश्यकता - डॉ. प्रतीक उमरे
दुर्ग-भिलाई
दुर्ग। दुर्ग नगर निगम के पूर्व एल्डरमैन भाजपा नेता डॉ. प्रतीक उमरे ने केंद्रीय नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के महानिदेशक अनुराग गर्ग से प्रदेश को नशामुक्त बनाने की दिशा में पहल करने गंभीरता पूर्वक कार्ययोजना तैयार करने का आग्रह किया है। डॉ. प्रतीक उमरे ने कहा कि नशे की लत की वजह से प्रदेश में लगातार अपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं।नशे की लत अपराधों को भी जन्म दे रही है। प्रदेश में इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं।जिससे पुलिस की भी चिंता बढ़ रही है।नशे के साथ-साथ अब इससे होने वाले अपराधों पर भी लगाम कसना पुलिस के लिए चुनौती बनती जा रही है। बड़े ही आसानी से उपलब्ध होने के कारण नशे की लत शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक लोगों में तेजी से फैल रहा है,जिसके चलते लोगों का भविष्य अंधकारमय हो रहा है। हर गली मोहल्ले से लेकर चौक-चौराहों में खुलेआम गांजा,नशीली कफ सीरप से लेकर शराब तक बिक रही है।दवाई की दुकान में नशीली सीरप,गोली और कैप्सूल खुलेआम बिक रहे हैं। लेकिन पुलिस और प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी और ड्रग विभाग की टीम आंख मूंदे बैठी है। अधिकांश आपराधिक घटनाओं की प्रमुख वजह नशा है।इसके कारण 35 फीसदी से ज्यादा सड़क हादसे भी होते हैं।ये सिर्फ़ आंकड़ों का बात नहीं हैं बल्कि पीड़ित परिवारों की उम्मीदें बिखरना है।सरकार को सभी एजेंसियों के साथ मिलकर नशे की समस्या का हल निकालना चाहिए। नशामुक्त छत्तीसगढ़ का संकल्प एक समृद्ध, सुरक्षित और वैभवशाली छत्तीसगढ़ के निर्माण के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।तस्कर प्राकृतिक दवाओं से सिंथेटिक दवाओं की ओर बढ़ रहे हैं,जो बहुत कम मात्रा में बनती हैं।ये दवाएं सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाती हैं और इनकी कीमत भी सबसे ज्यादा होती है।छत्तीसगढ़ में नशीली दवाओं का उपयोग 1.45 प्रति व्यक्ति है,जो राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है।छत्तीसगढ़ में गांजे की तस्करी एक बहुत बड़ी चुनौती है,छत्तीसगढ़ में गांजे की खपत का अनुपात पूरे देश की तुलना में दोगुना है,जांच एजेंसियों को साइंटिफिक अप्रोच ले जाने की जरूरत है,नशे का तंत्र नष्ट होना चाहिए,पूरी चेन को समाप्त करना होगा, नशे पुनर्वास केंद्रो का बराबर अपग्रेडेशन करने की आवश्यकता है।प्रदेश में नशे के खिलाफ लड़ाई को शिद्दत, गंभीरता और एक संपूर्ण रणनीति के साथ लड़ना होगा तभी इस लड़ाई को जीता जा सकता है।
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