नईदिल्ली । वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज बजट पेश करते हुए बताया कि सरकार शिक्षा क्षेत्र के लिए एक नया एक्सीलेंस सेंटर स्थापित करेगी।
यह सेंटर 500 करोड़ रुपये के बजट से बनाए जाएंगे और इसका मुख्य उद्देश्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का उपयोग शिक्षा में सुधार के लिए करना होगा।
इस सेंटर के माध्यम से नए एआई मॉडल विकसित किए जाएंगे, जिससे भारतीय शिक्षा प्रणाली में तकनीकी सुधार हो सकेगा और विद्यार्थियों को नई तकनीकी जानकारी मिल सकेगी।
यह कदम केंद्र सरकार के एआई के क्षेत्र में बढ़ते प्रयासों का हिस्सा है। इससे पहले, 2023 में कृषि, स्वास्थ्य और संधारणीय शहरों के लिए तीन अन्य एक्सीलेंस सेंटर्स की घोषणा की गई थी।
इन सेंटर्स का उद्देश्य देश में विभिन्न क्षेत्रों में तकनीकी सुधार और नवाचार को बढ़ावा देना था। अब शिक्षा के क्षेत्र में एआई का प्रयोग बढ़ाने के लिए यह नया सेंटर स्थापित किया जाएगा, जो छात्रों के लिए नई संभावनाएं खोलेगा।
वित्त मंत्री ने बताया कि 2024 में स्वास्थ्य, कृषि और सस्टेनेबल शहरों के लिए जो एक्सीलेंस सेंटर शुरू हुए थे, उनका उद्देश्य इन क्षेत्रों में महत्वपूर्ण सुधार लाना था।
स्वास्थ्य क्षेत्र में आईआईटी -दिल्ली और एम्स, कृषि में आईआईटी-रोपड़ और संधारणीय शहरों के लिए आईआईटी -कानपुर काम कर रहे हैं।
इन सेंटर्स का उद्देश्य इन क्षेत्रों में तकनीकी नवाचारों को बढ़ावा देना और विकास को आगे बढ़ाना है, ताकि देश में बेहतर परिणाम मिल सकें।
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