होम / दुर्ग-भिलाई / ज्ञान की सार्थकता तभी होगी जब उस ज्ञान को हम अपने आचरण में लाते हैं: शारदा दीदी
दुर्ग-भिलाई
दुर्ग (छत्तीसगढ़)। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के बघेरा स्थित आनंद सरोवर में ब्रह्माकुमारीज अहमदाबाद की जोनल डायरेक्टर, राजयोग एजुकेशन एंड रिसर्च फाऊंडेशन के महिला प्रभाग की नेशनल को-ऑर्डिनेटर राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी शारदा दीदी जी का आगमन आनंद सरोवर बघेरा में सोमवार को हुआ। उनकी आध्यात्मिक एवं प्रेम पूर्ण व्यवहार की कला ने लोगों के जीवन के प्रति नजरिया को बदला है और आध्यात्मिकता के प्रति आकर्षित किया है। रोटरी क्लब, लायन्स क्लब एवं जैन समुदाय जैसी कई संस्थाओं द्वारा उनकी मानवता के प्रति दयालु दृष्टिकोण और सेवाओं के लिए पुरस्कार, पदक और प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया है।
न केवल भारत बल्कि नेपाल, श्रीलंका, सिंगापुर, मलेशिया, हांगकांग, थाइलैंड जांबिया, केन्या एवं 15 से अधिक यूरोपीय देश जैसे जर्मनी, फ्रांस, स्पेन, इटली पुर्तगाल आदि देशो का दौरा कर उन्होंने अध्यात्म का अलख जगाया है।
ब्रह्माकुमारीज दुर्ग की संचालिका रीटा बहन ने आए हुए आगंतुक अतिथियों व आध्यात्मिक सत्संग का लाभ लेने के लिए सुदुर अंचल से आए हुए सभी का स्वागत किया तथा डॉक्टर निर्मला गुप्ता ने अतिथियों को शाल पहनाकर व ब्रह्मकुमारी बहनों ने पुष्पगुच्छ के द्वारा स्वागत किया। इस अवसर पर मनभावन स्वागत नृत्य कन्याओ द्वारा प्रस्तुत किया गया ।
ब्रह्माकुमारी शारदा दीदी ने अपने उद्बोधन में कहा कि परमात्मा के द्वारा जो भी ज्ञान इस सत्संग में हमें प्राप्त होता है उसकी सार्थकता तभी होगी जब उस ज्ञान को हम अपने आचरण में लाते हैं जिससे ही हमारा जीवन दिव्या बनता जाता है । परमात्मा ने हमें प्रातः काल से रात्रि सोने तक जो दिनचर्या प्रदान की है यदि उसके अनुरूप हम चलते हैं तो हमारे जीवन में प्रतिपल हमें उन्नति और प्रगति दिखाई देती है व जीवन में स्थायी सुख-शांति की अनुभूति होती है ।
इस अवसर पर हेमलता दीदी ( क्षेत्रिय निर्देशिका इन्दौर जोन ) उषा दीदी ( संचालिका ब्रह्माकुमारीज उज्जैन) उपस्थित थे मंच संचालन रुपाली बहन ने किया।
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