छत्तीसगढ़

एमसीबी भारी बारिश के बीच बिजली समस्या, सैंकड़ों महिलाओं ने बिजली आफिस पहुंचकर जमकर किया हंगामा

image_380x226_66b60b3a23ba1.jpg

- आपको बता दें एमसीबी जिला के अंतर्गत आने वाला समूचा  चिरमिरी क्षेत्र कोयलांचल क्षेत्र हैं जहां पर बिजली और पानी की ब्यवस्था सीएसआर के तहत एसईसीएल करता है। तो इस तरह की किसी भी समस्या से निपटने के लिए पूरी तरीके से एसईसीएल जिम्मेदार है..
एमसीबी/मनेन्द्रगढ़ (खगेन्द्र यादव)। छत्तीसगढ़ में इन दिनों भारी बारिश के कारण कई जगहों पर बिजली संबंधित समस्याएं देखने को मिल रही है.भारी बारिश के कारण कई क्षेत्रों में बिजली गरजने के कारण ट्रांसफार्मर भी अपना दम तोड़ रहा है। इस कारण कई क्षेत्रों में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ताजा मामला मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर के चिरमिरी क्षेत्र से सामने आया है। बिजली नहीं होने की वजह से एसईसीएल क्षेत्र के सब एरिया ऑफिस का सैकड़ों लोगों ने घेराव किया। नाराज लोगों ने नारेबाजी भी की।
-एमसीबी में भारी बारिश के बीच बिजली समस्या 
जानिए पूरा मामला: एमसीबी जिले के चिरमिरी क्षेत्र का मामला है। लोगों ने आरोप लगाया कि पिछले कई दिनों से उन्हें ठीक तरह से बिजली नहीं दी जा रही है।जिसकी वजह से आए दिन जंगली जानवरों के साथ-साथ कीड़े-मकौड़ों का खतरा बना हुआ है। गुरुवार को एसईसीएल क्षेत्र के लोग सब एरिया ऑफिस पहुंचे. इस दौरान प्रदर्शनकारियों धरना प्रदर्शन और नारेबाजी करने लगे।
जानिए क्या कहते हैं प्रदर्शनकारी: प्रदर्शनकारियों का कहना है," हम जिस कॉलोनी में रहते हैं. वहां लगभग साढ़े चार सौ से भी ज्यादा परिवार रह रहे हैं. इनको बीते एक हफ्ते से बिजली की समस्या से जूझना पड़ रहा है. इसका कारण ट्रांसफार्मर है. इसकी खराबी से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इस बरसात में पूरी तरीके से बिजली की सप्लाई का बंद हो जाना, जिसकी वजह से जंगली जानवरों के साथ-साथ किड़े मकोड़ों का भी डर बना रहता है. साथ ही बच्चों को शिक्षा संबंधी समस्याएं भी आती हैं।"
पिछले 8 दिनों से हमारे क्षेत्र में लाइट की समस्या है। प्रबंधन द्वारा लगे हुए ट्रांसफार्मर के खराब हो जाने के बाद नया ट्रांसफार्मर लगाया गया, जो कि महज दो दिन ही चल सका, जिसके बाद वो भी खराब हो गया। हम कई दिनों से संबंधित विभाग के चक्कर लगा रहे हैं. बारिश के कारण हमें काफी दिक्कत हो रही है। बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है. साथ ही बरसात में निकलने वाले कीड़े-मकौड़ों का खतरा बना हुआ है। -प्रदर्शनकारी
जल्द समस्या निपटान का मिला आश्वासन: बिजली समस्या से जूझ रहे क्षेत्र वासियों के हंगामे के बाद जब एसईसीएल के सब एरिया मैनेजर से इसे लेकर चर्चा की गई, तो उन्होंने अपने बयान में कहा, "इस बरसात की वजह से इलेक्ट्रिकल संबंध काफी समस्याएं उत्पन्न हो गई थी, जिन्हें सुचारू रूप से संचालित करने का प्रयास जारी है, क्योंकि मौसम साफ है, जिसकी वजह से यह काम जल्द चालू हो जाएगा. मौसम की वजह से काफी इलेक्ट्रिकल सामान क्षतिग्रस्त हो चुके थे. उनके जगह पर नए उपकरणों को लगाकर बिजली व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित किया जाएगा. विभाग के फोरमैन पर बिजली के साथ-साथ पानी की सप्लाई बंद करने की बात का पुख्ता सबूत हमारे पास नहीं है. अगर ऐसी बातें हैं तो इसकी निष्पक्ष तरीके से जांच की जाएगी।
बता दें कि चिरमिरी नगर पालिका क्षेत्र में बारिश के कारण बिजली की समस्या के साथ ही लोगों को पानी की समस्या से भी जूझना पड़ रहा है। इस बारे में जिम्मेदार अधिकारियों ने जानकारी के बाद जल्द समस्या निपटाम का आश्वासन दिया है।

RO. NO RO. No. 13028/147
97519112024060022image_750x_66bc2a84329bd.webp

एक टिप्पणी छोड़ें

Data has beed successfully submit

Related News

Advertisement

RO. NO RO. No. 13028/147
38319112024055848image_750x_6734d0b83507f.webp
87019112024055914image_750x_672c617855129.webp
76619112024060008image_750x_672b3626d0651.webp

97519112024060022image_750x_66bc2a84329bd.webp

Popular Post

This Week
This Month
All Time

स्वामी

संपादक- पवन देवांगन 

पता - बी- 8 प्रेस कॉम्लेक्स इन्दिरा मार्केट
दुर्ग ( छत्तीसगढ़)

ई - मेल :  dakshinapath@gmail.com

मो.- 9425242182, 7746042182

हमारे बारे में

हिंदी प्रिंट मीडिया के साथ शुरू हुआ दक्षिणापथ समाचार पत्र का सफर आप सुधि पाठकों की मांग पर वेब पोर्टल तक पहुंच गया है। प्रेम व भरोसे का यह सफर इसी तरह नया मुकाम गढ़ता रहे, इसी उम्मीद में दक्षिणापथ सदा आपके संग है।

सम्पूर्ण न्यायिक प्रकरणों के लिये न्यायालयीन क्षेत्र दुर्ग होगा।

logo.webp

स्वामी / संपादक- पवन देवांगन

पता - बी- 8 प्रेस कॉम्लेक्स इन्दिा मार्केट
दुर्ग ( छत्तीसगढ़)

ई - मेल : dakshinapath@gmail.com

मो.- 9425242182, 7746042182

NEWS LETTER
Social Media
Copyright 2024-25 Dakshinapath - All Rights Reserved