कांग्रेस के राष्ट्रव्यापी विरोध के तहत रायपुर में भी किया गया ED कार्यालय का घेराव, कई वरिष्ठ नेता के साथ अरुण वोरा भी हुए शामिल

कांग्रेस के राष्ट्रव्यापी विरोध के तहत रायपुर में भी किया गया ED कार्यालय का घेराव, कई वरिष्ठ नेता के साथ अरुण वोरा भी हुए शामिल
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रायपुर। हिन्डेनबर्ग रिपोर्ट में महाघोटाले के खुलासे और SEBI प्रमुख माधबी पुरी बुच के इस्तीफे की मांग को लेकर कांग्रेस ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) के कार्यालय का घेराव किया। यह विरोध प्रदर्शन पुजारी पार्क, टिकरापारा, रायपुर में आयोजित हुआ, जिसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष  दीपक बैज,पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, और सहित कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी हिस्सा लिया जिसमें वरिष्ठ नेता, पूर्व मंत्री और पूर्व विधायक अरुण वोरा भी शामिल हुए।
कांग्रेस पार्टी ने हिन्डेनबर्ग रिसर्च की ताजा रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों को लेकर SEBI प्रमुख माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बुच दंपत्ति के पास अडानी समूह से जुड़े अपतटीय इकाइयों में हिस्सेदारी थी, जो कथित वित्तीय अनियमितताओं में लिप्त थी। कांग्रेस ने इस मामले की संयुक्त संसदीय समिति (JPC) से जांच कराने की मांग की है।
इस राष्ट्रव्यापी विरोध के दौरान, कांग्रेस ने SEBI प्रमुख के इस्तीफे के साथ-साथ अडानी समूह के खिलाफ जांच में देरी और उसकी संदिग्ध वित्तीय गतिविधियों को छुपाने के लिए उठाए गए कदमों पर भी सवाल उठाए हैं। पार्टी का आरोप है कि 18 महीने बाद भी SEBI ने अडानी समूह के मौरिशस और अन्य अपतटीय शेल इकाइयों के जाल को लेकर कोई गंभीरता नहीं दिखाई है।
कांग्रेस पार्टी का कहना है कि -  इस मामले की सच्चाई केवल JPC की जांच से ही सामने आ सकती है, क्योंकि वर्तमान की भाजपा सरकार ने हिन्डेनबर्ग रिपोर्ट पर चुप्पी साध रखी है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग करके अडानी समूह को लाभ पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं।