खराब रिजल्ट वाले प्राचार्यों की अब खैर नहीं

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RO No.12784/129

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-स्कूल शिक्षा सचिव ने छत्तीसगढ़ बोर्ड के सचिव से मांगी रिपोर्ट
रायपुर ।  छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा विभाग ने प्राइवेट स्कूलों पर शिकंजा कसने के बाद अब सूबे के चार हजार हाई स्कूलों और हायर सेकेंडरी स्कूलों को टाइट करना शुरू कर दिया है. स्कूल शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी ने माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव से इस साल के रिजल्ट का पूरा डिटेल माँगा है.
छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा विभाग ने क़्वालिटी एजुकेशन पर काम प्रारम्भ कर दिया है. पहले राइट टू एजुकेशन के साथ मोटी फीस और कमीशन को लेकर प्राइवेट स्कूलों पर प्रेशर बनाया. कलेक्टरो को प्राइवेट स्कूलों की मीटिंग लेकर राइट टू एजुकेशन कर रिव्यू करने कहा गया है. वहीं अब सरकारी स्कूलों के बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट को लेकर स्कूल शिक्षा विभाग अचानक सख्त हो गया है. विभाग के सचिव सिद्धार्थ परदेशी ने माध्यमिक शिक्षा मण्डल की सचिव पुष्पा साहू को पत्र लिख प्रदेश के सारे सरकारी हाई स्कूलों और हायर सेकेंडरी स्कूलों की दसवी, बारहवीं कर रिजल्ट माँगा है.
खराब रिजल्ट पर होगी कार्रवाई जिन स्कूलों का रिजल्ट खराब होगा, उन स्कूलों के प्राचार्यों से जवाब तलब किया जाएगा. उनसे पूछा जाएगा कि सरकार द्वारा वेतन और इंफ्रास्ट्रक्चर पर इतना पैसा खर्च करने के बाद भी रिजल्ट खराब क्यों है?
सचिव सिद्धार्थ परदेशी बोले... स्कूलों के पॉरफॉर्मेंस और रिजल्ट के बारे में लिखे पत्र के बारे में एनपीजी न्यूज़ ने सिद्धार्थ परदेशी से बात की. उन्होंने कहा कि इससे पता चलेगा कि किस स्कूल का कैसा प्रदर्शन है. प्राचार्यों कि जिम्मेदारी भी निर्धारित की जाएगी. जिन स्कूलों का रिजल्ट खराब होगा, वहाँ के कलेक्टरों से बात कर सरकार प्रयास करेगी कि कैसे उन स्कूलों के रिजल्ट को बेहतर किया जा सके।