राम मंदिर के लिए संघर्ष करने वाले रामभक्तों को अरुण गोविल ने किया नमन, बोले- सौभाग्य से देखने से मिला ये दिन

राम मंदिर के लिए संघर्ष करने वाले रामभक्तों को अरुण गोविल ने किया नमन, बोले- सौभाग्य से देखने से मिला ये दिन

दक्षिणापथ। किसी तरह के इंफेक्शन की वजह से गले में गांठ हो सकती है और ये दर्द भी उत्पन्न कर सकती है। इसके लिए अक्सर लोग बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी पेनकिलर खा लेते हैं या फिर इसे सामान्य समस्या समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, हालांकि यही लापरवाही भविष्य में उन्हें भारी पड़ सकती है। आइए आज कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे बताते हैं जिन्हें अपनाकर आप गले में हुई गांठ से राहत पा सकते हैं।
लहसुन आएगा काम
लहसुन एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-इंफ्लामेटरी गुणों से समृद्ध होता है जो गले की गांठ से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं। समस्या से राहत पाने के लिए पहले एक गिलास पानी में कद्दूकस की हुई लहसुन की एक-दो कलियां और काली मिर्च का एक चुटकी पाउडर उबालें और फिर इस पानी को छानकर पी जाएं। आप चाहें तो गांठ पर एलोवेरा और लहसुन का पेस्ट भी लगा सकते हैं। पेस्ट लगाने के 15 मिनट बाद गले को धो लें।
चारकोल का करें इस्तेमाल
गले की गांठ को दूर करने के लिए एक्टिवेटेड चारकोल का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए पहले एक कटोरी में चारकोल पाउडर और अलसी के बीजों के पाउडर की बराबर मात्रा मिलाएं और फिर इसमें थोड़ा पानी मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को गांठ वाली जगह पर लगाकर आधे घंटे के लिए छोड़ दें। इसके बाद इस जगह को धोकर सुखा लें। दिन में दो-तीन बार इस उपाय को अपनाएं।
तरबूज का रस पीएं
तरबूज का रस पीने से भी गले की गांठ दूर हो सकती है। तरबूज के रस में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं जो इंफेक्शन के कीटाणुओं को खत्म कर गांठ से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं। राहत के लिए सबसे पहले तरबूज को टुकड़ों में काटें और फिर जूसर मिक्सर से इनका रस निकाल लें। अब इस रस को गिलास में डालकर इसमें सेंधा नमक मिलाएं और फिर इसका सेवन करें।
पपीते का पेस्ट लगाएं
गले की गांठ की समस्या दूर करने के लिए आप पपीते का पेस्ट भी लगा सकते हैं। पपीते में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो गांठ को ठीक करके गले को आराम पहुंचा सकते हैं। समस्या से राहत पाने के लिए पहले पपीते के टुकड़ों को मिक्सी में अच्छे से पीस लें और फिर इसमें थोड़ी सी हल्दी मिलाकर इसे गांठ से प्रभावित जगह पर लगाएं। 15 मिनट के बाद गले को साफ कर लें।