भारत में 1000 के करीब पहुंचे ओमिक्रॉन के मामले, दिल्ली-महाराष्ट्र में सबसे बुरा हाल

भारत में 1000 के करीब पहुंचे ओमिक्रॉन के मामले, दिल्ली-महाराष्ट्र में सबसे बुरा हाल

पलक्कड़ । केरल के पलक्कड़ में कूर्मबाची पहाड़ी की फॉल्ट लाइन में फंसे 23 वर्षीय युवक को बचाने के लिए भारतीय सेना का बचाव अभियान जारी है। युवक को फंसे हुए 43 घंटे से अधिक का समय हो गया है, बचावकर्मी उस तक अभी भी नहीं पहुंच पाए हैं और न ही उसे खाना-पानी मुहैया करा सके हैं। सूत्रों ने बताया कि हालांकि इस बीच भारतीय सेना का एक पर्वतारोहण दल फंसे हुए युवक के करीब 200 मीटर तक पहुंचने में सफल रहा है। बचाव कार्य के लिए सेना के विशेषज्ञ सभी आधुनिक सामानों के साथ मलमपुझा के चेराड हिल पर पहुंच चुके हैं। फंसा हुआ युवक आर बाबू मलमपुझा के चेराडु का रहना वाला है जो कि सोमवार दोपहर को केरल के पलक्कड़ जिले के एलीचिराम में पास के कुरुंबाची पहाडिय़ों से उतरते समय दरार में गिर गया। यह घटना उस दौरान हुई जब आर बाबु और अन्य तीन दोस्त पहाड़ पर यात्रा कर रहे थे। युवक को बचाने के लिए बीती रात वेलिंगटन से सेना के दो अधिकारी, दो जेसीओ और पांच अन्य सिपाही घटनास्थल पर पहुंचे हैं। भारतीय तट रक्षक के चेतक हेलिकॉप्टर ने मंगलवार को बचाव अभियान का प्रयास किया, परंतु खराब मौसम के कारण अभियान पूरा ना हो सका। जिसके बाद बुधवार सुबह फिर से प्रयास किया जाएगा। भारतीय वायु सेना ने भारतीय सेना की एक और पर्वतारोहण टीम को बेंगलुरु से सुलूर तक मलमपुझा के लिए रवाना किया है। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने मंगलवार को युवक को बचाने के लिए सेना की मदद मांगी थी। इससे पहले जिला प्रशासन की तरफ से भी मदद की मांग की गई थी। दक्षिण भारत के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल ए अरुण ने कल शाम मुख्यमंत्री कार्यालय को सूचित किया कि बचाव अभियान के लिए एक विशेष टीम सड़क मार्ग से पलक्कड़ के लिए रवाना हुई है। इसी बीच बेंगलुरु से पैरा कमांडो की एक और टीम पलक्कड़ के लिए रवाना हुई है। उन्हें बेंगलुरु से सुलूर एयरबेस एयरलफ्टि कराया गया और बाद में वे सड़क मार्ग से मलमपुझा पहुंचे।