निधन: श्रीमती कल्पना खड़तकर

निधन: श्रीमती कल्पना खड़तकर
-जनप्रतिनिधियों के अलावा उनके चाहने वालों ने दी नम आंखो से श्रद्धांजलि दक्षिणापथ, दुर्ग । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व पार्षद प्रताप मध्यानी रविवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। स्व. मध्यानी के अंतिम यात्रा में उनके चाहने वालों का हुजूम उमड़ा और हरनाबांधा मुक्तिधाम में उन्होने नम आंखो से श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें अंतिम विदाई दी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप मध्यानी का शनिवार की दोपहर हैदराबाद के एक निजी हॉस्पिटल में इलाज के दौरान निधन हो गया था। हैदराबाद से उनके पार्थिव शरीर को रविवार की सुबह उनके परिवार के सदस्य निवास स्थान मालवीय नगर दुर्ग लेकर पहुंचे। जहां स्व. मध्यानी के पार्थिव शरीर को लोगों के दर्शनार्थ शाम 4 बजे तक रखा गया। लोगों ने यहां स्व. मध्यानी का अंतिम दर्शन कर अपनी भावभिनी श्रद्धांजलि दी। सांसद विजय बघेल, विधायक अरुण वोरा, महापौर धीरज बाकलीवाल, पूर्व महापौर आरएन वर्मा के अलावा कांग्रेस- भाजपा समेत अन्य राजनीतिक दलों के जनप्रतिनिधि भी मध्यानी निवास पहुंचकर स्व. मध्यानी को श्रद्धासुमन अर्पित की। इस दौरान जन प्रतिनिधियों ने स्व. मध्यानी की पत्नी दीपा, पुत्र सुनील, मोहित और भाई खेमचंद, सनमुख व कैलाश मध्यानी से मुलाकात कर अपनी संवेदना व्यक्त की। तत्पश्चात स्व. मध्यानी की अंतिम यात्रा मुुुक्तिधाम के लिए रवाना हुई। स्व. मध्यानी के पार्थिव शरीर को एक सुसज्जित वाहन में रखा गया था। स्व. मध्यानी की अंतिम यात्रा उनके निवास स्थान से सिंधी कॉलोनी, राजेन्द्र पार्क चौक, नया बस स्टैंड, पटेल चौक, पुराना बस स्टैंड , मोती कॉम्पलेक्स होते हुए हरनाबांधा मुक्तिधाम पहुंची। इस दौरान पूरे रास्तेभर उनके चाहने वालों ने अंतिम दर्शन कर स्व.श्री मध्यानी को श्रद्धासुमन अर्पित की। अंत में नम आंखो के बीच स्व.श्री मध्यानी का अंतिम संस्कार किया गया। उनके अंतिम संस्कार कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी। स्व. मध्यानी के निधन पर छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स,सिंधी ब्रादर मंडल अध्यक्ष जयकुमार अंबवानी, दुर्ग-भिलाई सिंधी समाज के अलावा विभिन्न धार्मिक व सामाजिक संगठनों द्वारा शोक व्यक्त किया गया है। सच्चे जनसेवक को लोग रखेंगे हमेशा याद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप मध्यानी 59वर्ष का शनिवार की दोपहर हैदराबाद के एक नीजि अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। वे लंग्स के इंफेक्शन से पीड़ित थे। उनका पिछले हफ्तेभर से हैदराबाद में इलाज चल रहा था। स्व.मध्यानी दुर्ग नगर निगम में तीन बार पार्षद निर्वाचित होने के साथ नेता प्रतिपक्ष भी थे। सत्र 2014 में महापौर चुनाव के दौरान उन्होने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। पिछले विधानसमा चुनाव में उन्होंने जोगी कांग्रेस की टिकट से चुनाव लड़ा था और कांग्रेस- भाजपा प्रत्याशियों को कडी टक्कर दी थी , लेकिन उसके बाद वे कांग्रेस में शामिल हो गए थे। स्व. मध्यानी सहज, सरल होने के साथ दूसरों की मदद करने में सदैव आगे रहे। वे बेहद लोकप्रिय थे। उनका निधन कांग्रेस के लिए की अपूरणीय क्षति हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप मध्यानी का जाना सभी को साल गया। वे सिर्फ कांग्रेस के नही, बल्कि शहर के सर्वोदय नेता थे। लोककल्याण के क्षेत्र में वे पार्टीगत दायरों से आगे बढ़कर सेवाभावी नेता थे। काँग्रेस के सच्चे सिपाही थे ही, कभी अपनो से रूठे भी और मान भी जाने वाले व्यक्तित्व थे। इसमें दो राय नही की स्व. प्रताप मध्यानी को राजनीति की लंबी सफर में जो मुकाम मिलना चाहिए था, वह नही मिल सका।चूंकि वे एक राजनीतिक व्यक्तित्व थे, लिहाजा आज उनके जाने के बाद इसकी मीमांसा अप्रासंगिक नही। बहरहाल, वे शहर के लोकप्रिय नेता थे। ग़ैर छत्तीसगढ़िया होने के बावजूद.उन्होंने स्थानीय हितों की सदा रक्षा की। एक छोटे से दायरे के वे बड़े जननायक माने जा सकते हैं। यह शहर उनका ऋणी रहेगा। कोरोनाकाल के पहले से उन्होंने स्वाइन फ्लू, डेंगू जैसे रोगों से निपटने के लिए न सिर्फ मुफ्त दवा बांटते थे, बल्कि लड़ने का जज़्बा भी जगाते थे। ऐसे जनहितैषी नेता विरले होते है। उन्हें यह शहर सदा याद रखेगा।