बैंकॉक । म्यांमार की अपदस्थ नेता और नोबेल पुरस्कार विजेता आंग सान सू ची को भ्रष्टाचार के पहले मामले में 5 साल की जेल की सजा सुनाई गई है। उन्हें रिश्वत लेने का दोषी पाया गया है। जानकारी के अनुसार म्यांमार की सैन्य अदालत ने 76 साल की सू ची को 600,000 डॉलर कैश और सोने की रिश्वत लेने का दोषी ठहराया। सू ची के खिलाफ भ्रष्टाचार के कुल 11 मामले हैं, उन्हीं में से एक ये मामला है।
पिछले साल फरवरी में सेना द्वारा तख्तापलट के बाद सत्ता से बाहर कर दी गयीं सू ची ने इस आरोप से इनकार कर दिया था कि उन्होंने एक शीर्ष राजनीतिक सहकर्मी ने घूस के तौर पर सोना और हजारों डॉलर लिए थे। इस अपराध के तहत अधिकतम 15 साल की सजा और जुर्माने का प्रावधान है। उनके समर्थकों और स्वतंत्र विधि विशेषज्ञों ने उनकी सजा की निंदा करते हुए इसे अनुचित और सू ची को राजनीति से हटाने के मकसद से उठाया गया कदम बताया है। उन्हें अन्य मामलों में पहले ही छह साल की कैद की सजा सुनाई जा चुकी है।
इससे पहले आंग सान सू ची को छह साल कैद की सजा सुनाई गई थी। ये मामले कोविड-19 से जुड़े नियमों को तोडऩे, सेना के खिलाफ लोगों को भड़काना और दूरसंचार से जुड़े कानून को तोडऩे से संबंधित है। हालांकि सू ची सभी आरोपों का सामना करते हुए घर पर ही नजरबंद हैं। म्यांमार की बात करें, तो यहां के लोगों ने सैन्य तख्तापलट का खूब विरोध किया है। वह बड़ी संख्या में सेना के खिलाफ सड़कों पर उतरे हैं। लोगों की आवाज दबाने के लिए सेना ने भी सभी तरीके अपनाए हैं। उसने 1700 से अधिक लोगों को मार दिया है, जबकि तख्तापलट के बाद से 13000 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
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