जाने चले जाते है कहां, यादें मुकेश में शहर के गायकों ने दी गीतो भरी श्रद्धांजलि

जाने चले जाते है कहां, यादें मुकेश में शहर के गायकों ने दी गीतो भरी श्रद्धांजलि

दुर्ग। छत्तीसगढ़ मंच के बैनर तले  बीते कल शुक्रवार  को  पुराना बस स्टैंड में अमर गायक स्व.मुकेश चंद्र माथुर की याद में " जाने चले जाते है कहां, संगीतमय श्रद्धांजलि यादें मुकेश में दुर्ग शहर के गायक कलाकारों ने गीतो भरी संगीतमय श्रद्धांजलि अर्पित की। मंच के अध्यक्ष ईश्वर सिंह राजपूत एवं दिनेश जैन ने बताया की उक्त संगीतमय श्रद्धांजलि  में मुख्य अतिथि समाजसेवी रघुनंदन लाल श्रीवास्तव, एल्डरमेन श्रीमती रत्ना नारमदेव, संरक्षक दाऊ चंद्रिकादत्त चंद्राकर, विजय दुबे ने सर्वप्रथम मां सरस्वती एवं स्व. मुकेश के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुवात की। इस अवसर पर शहर के बेहतरीन गायक राकेश ठाकुर के आकस्मिक निधन पर उपस्थित गायकों एवं संगीत प्रेमियों ने दो मिनट मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध गायक प्रशांत श्रीवास्तव ने अपनी शानदार प्रस्तुति दी जिसे लोगो ने काफी सराहा। गुलाब चौहान, डा. आनंद तिवारी, तुलसी सोनी, युनुस चौहान, रमन सिंह, हाजी मिर्जा साजिद बैग, त्रिलोक सोनी, साबिर खान,जाहिद अली, अनिल गुप्ता,कमल जैन, दीपक शर्मा, अनूप सिंग भाटिया, प्रकाश सेठ, पीयूषा मनहरे, सेवंत चतुर्वेदी, राजेश शर्मा, आरिफ  खान, कासिम रायपुरी, अविनाश तिवारी, मतीन खान, श्रीमती राशि मेढेकर, पप्पू साहू, प्रशांत जोशी सहित अन्य गायको ने अपनी शानदार प्रस्तुति से कार्यक्रम में शमा बांध दिया। कार्यक्रम में मुकेश के गाए गीत जाने चले जाते है कहां, जाने कहां गए वो दिन, सजनवा बैरी हो गए हमार,तारो पे सजके,इक दिन  बिक जाएगा,ओह रे ताल मिले,कोई जब तुम्हारा ह्रदय तोड़ दे, मुबारक हो तुमको शमा ये सुहाना, ये मेरा दीवानापन है सहित 40 सुपरहिट नगमों की प्रस्तुति गायक कलाकारों द्वारा दी गई। इस अवसर पर शहर के संगीतप्रेमी अंसार अहमद, सुनील शर्मा, अलीम कुरैशी, मुस्ताक खान,ओम टॉवरी, जाबिर भाई, अबरार पुवार, दुर्गा भाई, नंदू कसार, हनुमान सोनी, पाटनी जी, विक्रम मल्होत्रा, नामदेव जी, असलम कुरैशी, परवीन खान, हुसैन चौहान सहित काफी संख्या में  शहरवासी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन मंच के संरक्षक तुलसी सोनी एवं आभार प्रदर्शन मंच के अध्यक्ष ईश्वर सिंह राजपूत ने किया।