भीषण गर्मी में स्कूल खोलना गलत

भीषण गर्मी में स्कूल खोलना गलत

दक्षिणापथ, रायपुर। भीषण गर्मी में जब ए सी व कूलर फेल हो रहे हैं तो बिना पंखे के बच्चे स्कूल में कैसे रहेंगे। वे

10 से 4 कैसे बैठेंगे ? क्या तंदूरी रोटी की तरह सेका नही जायेंगे बच्चे । सुविधाविहीन हैं स्कूल। अतएव गर्मी कम होने पर ही सारे स्कूल खोले जाने चाहिए। बच्चों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देकर ही स्कूल खोले जाने चाहिए।
भीषण गर्मी के बीच बिना बिजली पंखा व पानी के स्कूलों में व्याप्त अव्यवस्थाओ को देखते हुए 16 जून से स्कूल खोलना वर्तमान परिस्थिति अनुसार अव्यवहारिक निर्णय है।तापमान कम होने पर सुबह स्कूल संचालित करना ही उचित होगा। गर्मी  छुट्टी देने का ही ये मतलब है  की बच्चों को गर्मी ,धूप से बचाना और इसलिए उनको मई और जून में छुट्टी ढ़ी जाती है , पर पिछले कुछ सालो से 16 जून को स्कूल खोल दिया जाता है , असल  में 16 जून से स्कूल एड्मिसन ,फॉर्म देना ,जमा आदि का काम किया जाता था पर अब बच्चो को भी अनिवार्य कर देते है जो कि मौसम को देखते हुए  सही नहि लगता ,भले ऑफिसियल काम  आदि को शिक्षक जाकर कर दे ,पर बच्चो को आना अनिवार्य नही करना चाहिए । 21 जून बहुत गर्म दिन कहा जाता है।
पहले 1 जुलाई को स्कूल खुलता था तब तक मानसून भी आ चुका रहता था , वातावरण में  भी नमी और ठंडकता भी रहती है और  मौसम परिवर्तन से नया-नया भी लगता था ,तो आज के समय के तापमान को देखते हुए 1 जुलाई बहुत सटीक है ।