लोहारीडीह कांड के खिलाफ अनशन पर बैठकर एनएसयूआई पदाधिकारियों ने जताया आक्रोश

लोहारीडीह कांड के खिलाफ अनशन पर बैठकर एनएसयूआई पदाधिकारियों ने जताया आक्रोश

-प्रदेश में कानून व्यवस्था चौपट-सोनू साहू
दुर्ग। कवर्धा विधानसभा अंतर्गत ग्राम लोहारीडीह कांड के खिलाफ लगातार आंदोलन तेज होता जा रहा है। इस घटना को लेकर खासकर साहू समाज और कांग्रेस मुखर है। इस कड़ी में कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई के बैनरतले पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को हिन्दी भवन के सामने एक दिवसीय अनशन पर बैठकर पीड़ित परिवार और निर्दोषों के लिए न्याय की आवाज बुलंद की गई। यह प्रदर्शन प्रदेश एनएसयूआई उपाध्यक्ष सोनू साहू के नेतृत्व में किया गया। जिसमें अन्य पदाधिकारियों ने भी अनशन कर राज्य सरकार की लचर कानून व्यवस्था के खिलाफ आक्रोश जताया। एनएसयूआई के अनशन को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजेन्द्र साहू, पूर्व विधायक अरूण वोरा, पूर्व महापौर आरएन वर्मा, पूर्व एल्डरमैन रत्ना नामदेव, दुर्ग जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष जयंत देशमुख के अलावा कांग्रेस के नेता व साहू समाज के लोगों ने समर्थन दिया है। अनशन स्थल पहुंचे कांग्रेस नेता व साहू समाज के वरिष्ठ सदस्योंं ने एनएसयूआई द्वारा आंदोलन के माध्यम से किए जा रहे मांगो को जायज बताते हुए राज्य की भाजपा सरकार के कार्यकाल में लचर कानून व्यवस्था को जमकर कोसा गया। उन्होने कहा कि कांग्रेस की न्याययात्रा भी प्रदेश में बढ़ते अपराध व अन्याय के खिलाफ निकाली गई थी।

लोहारीडीह कांड की जितनी निंदा की जाए वह कम है। प्रदेश की भाजपा सरकार को पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के साथ घटना में निर्दोष लोगों की तत्काल रिहाई का मार्ग प्रशस्त करना चाहिए।
एनएसयूआई की मांगो में लोहारीडीह कांड में निर्दोष 60 से अधिक लोगों की तत्काल रिहाई, मृतक प्रशांत साहू के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, मुआवजा राशि और दोषी प्रशासनिक तंत्र के खिलाफ कार्यवाही करना शामिल है। अनशन के नेतृत्वकर्ता एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष सोनू साहू ने कहा है कि लोहारीडीह कांड प्रदेश की पहली ऐसी घटना है, जिसमें दोषियों को प्रशासन व पुलिस का संरक्षण मिला है। इससे स्पष्ट हो गया है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था चौपट हो गई है। घटना से कांग्रेसियों और एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं में आक्रोश है। हम लगातार न्याय की मांग कर रहे है,लेकिन शासन व प्रशासन द्वारा उनकी मांगों को नजरअंदाज किया जा रहा है,लेकिन एनएसयूआई चुप नहीं बैठेगी। ऐसा कुशासन चलाने वाली राज्य की भाजपा सरकार का एनएसयूआई हर स्तर पर विरोध करेगी। अनशन के दौरान एनएसयूआई कार्यकर्ता संतोष सोनी, हरीश देवांगन, गोल्डी कोसरे, राज देवांगन, अमन जीत साहू, राहुल यादव, तुषार कुमार, डोमेन बघेल, आर्या श्रीवास्तव, अहमद, विशु, आशीष नामदेव के अलावा अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।