दुर्ग। श्री राधा कृष्ण गौ सेवा संघ, दुर्ग के पदाधिकारियों ने भिलाई नगर निगम कार्यालय (कैम्प) में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से सौजन्य मुलाकात कर गौ-माता एवं गौवंशों के लिए चारा उत्पादन हेतु 50 एकड़ घास भूमि की मांग की। संघ ने 25-25 एकड़ के दो भूखण्ड चराई व घास उत्पादन के लिए उपलब्ध कराने का अनुरोध किया, जिस पर मुख्यमंत्री ने सकारात्मक आश्वासन दिया।
संघ पिछले 10 वर्षों से निरंतर गौ सेवा में सक्रिय है। वर्तमान में संगठन 25 एकड़ भूमि पर नेपियर घास उपजाकर लगभग 1000 गौ-माता व गौवंशों को प्रतिदिन सालभर चारा खिलाने का कार्य कर रहा है। संघ के पास स्वयं के दो मालवाहक वाहन हैं, जिनसे विभिन्न क्षेत्रों में चारा पहुँचाया जाता है। चारे के साथ रोटी, गुड़, चोकर, ब्रेड और केला भी गौवंशों को खिलाया जाता है। इस सेवा कार्य की शुरुआत लगभग 10 वर्ष पूर्व 50 रोटी खिलाने से हुई थी, जो अब बड़े स्तर पर तीन पीढ़ियों—पिता, पुत्र और पोते सहित महिलाओं व बच्चों की सहभागिता से निरंतर जारी है।
संघ के सदस्य हर रविवार गौशाला में सेवा कार्य करते हैं और जन्मदिन, वैवाहिक वर्षगांठ जैसे अवसर भी यहीं मनाए जाते हैं। सड़क किनारे बैठी गौमाताओं को दुर्घटना से बचाने के लिए निःशुल्क रेडियम पट्टा पहनाने का कार्य भी किया जाता है। वहीं, दुर्घटनाग्रस्त गौवंशों को उपचार हेतु पशु अस्पताल या गौशाला तक पहुँचाया जाता है, जिसमें नगर निगम दुर्ग-भिलाई के अधिकारियों व कर्मचारियों का विशेष सहयोग मिलता है। गौठान में गौमाताओं के लिए चारा के साथ पानी, बिजली और पंखे की व्यवस्था भी की गई है। भविष्य में संघ का लक्ष्य दुर्ग जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में भी चारा-पानी उपलब्ध कराने का है। इसके साथ ही कोसानाला गौठान में लगभग 300 पौधों का वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया गया है। मुख्यमंत्री से मिले आश्वासन के बाद संघ के पदाधिकारियों व सदस्यों में खासा उत्साह है और वे गौसेवा को और मजबूती से आगे बढ़ाने के लिए संकल्पित हैं।
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