-जन प्रतिनिधियों ने की प्रतिबंध लगाने की मांग
-प्रशासन के अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान, करोड़ों की सड़कें हो रही जर्जर
रायपुर । छत्तीसगढ़ में मानसून शुरू होने के साथ किसानों ने खेती की तैयारी शुरू कर दी है। छत्तीसगढ़ में धान की बुआई के लिए खेतों में भरे पानी और जमीन को मथने के लिए ट्रेक्टर के दोनों बड़े पहिए का निकालकर उसके स्थान पर लोहे से बनी केज व्हील लगाए जाते हैं। 40 इंच के केज व्हील ट्रेक्टर में लगाकर खेतोंं में उपयोग करते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के डामर वाली सड़कोंं में तेज रफ्तार से चलने वाली केज व्हील से सड़क में 20 एमएम का डामर कट जाता है, इससे गड्डा होने के कारण सड़कें खराब हो जाती है। छत्तीसगढ़ के एक दर्जन जिलों में इसके माध्यम से खेतों को सुधारने का कार्य किया जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में इसके कारण डामर रोड के अलावा कांक्रीट रोड़ में भी कटाव हो जाता है। अक्सर जून और जुलाई माह में इसका उपयोग किया जाता है।
बताया गया है कि छत्तीसगढ़ के महासमुंद, रायपुर, बलौदाबाजार, सारंगढ़, रायगढ़, दुर्ग, जाजगीर-चांपा, सक्ति, बिलासपुर, गरियाबंद जिलों में केज व्हील से चलने वाले ट्रेक्टर देखें जा सकते हैं। यहां के किसान खरीफ सीजन में धान की खेतों में मिट्टी को मथाने के बाद थरहा लगाने का काम करते हैं। खेतों तक पहुंचने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों के डामर और कांक्रीट सड़कों का इस्तेमाल किया जाता है। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में मई माह में भाजपा सरकार ने अधिकांश क्षेत्रों में सड़क निर्माण कराया था। ग्रामीण क्षेत्रों में इसके कारण अधिकांश नई सड़कें खराब हो रही है।
प्रशासन का ध्यान नहीं
खरीफ फसल लेने के लिए ग्रामीण खेतों में इसका अधिकतर इस्तेमाल किया जाता है। जन प्रतिनिधियों के द्वारा सड़क खराब होने की शिकायत करते हुए केज व्हील लगे ट्रेक्टरों को डामर की सड़कों पर चलाने से रोके जाने की मांग कई बार की है, पर प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है।
प्रतिबंध लगाने की मांग
पूर्व विधायक त्रिलोचन पटेल ने केज व्हील लगे ट्रेक्टरों के सड़कों पर चलाने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों के पास हजारों ट्रेक्टर हैं। खेती किसानी के लिए उपयोग की जाने वाली केजव्हील को सड़क ों पर चलने कह अनुमति उसी दशा मेंं दी जानी चाहिए जब उसमेें बॉट या टायर चढ़ाकर उपयोग किया जाए। ऐसा करने से सड़क खराब नहीं होगी।
संपादक- पवन देवांगन
पता - बी- 8 प्रेस कॉम्लेक्स इन्दिरा मार्केट
दुर्ग ( छत्तीसगढ़)
ई - मेल : dakshinapath@gmail.com
मो.- 9425242182, 7746042182
हिंदी प्रिंट मीडिया के साथ शुरू हुआ दक्षिणापथ समाचार पत्र का सफर आप सुधि पाठकों की मांग पर वेब पोर्टल तक पहुंच गया है। प्रेम व भरोसे का यह सफर इसी तरह नया मुकाम गढ़ता रहे, इसी उम्मीद में दक्षिणापथ सदा आपके संग है।
सम्पूर्ण न्यायिक प्रकरणों के लिये न्यायालयीन क्षेत्र दुर्ग होगा।
Copyright 2024-25 Dakshinapath - All Rights Reserved
Powered By Global Infotech.