रायपुर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दंतेवाड़ा में सुरक्षा बल के जवानों से मुलाकात कर उनका उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि बस्तर अब लाल आतंक से बाहर निकलकर उन्नति की ओर अग्रसर है। यह बदलाव हमारे वीर जवानों की बहादुरी और सतत प्रयासों का परिणाम है।डीआरजी, कोबरा बटालियन, छत्तीसगढ़ पुलिस और पैरा मिलिटरी फोर्सेस की इसमें उल्लेखनीय भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि अंदरूनी क्षेत्रों में सुरक्षा कैम्पों की स्थापना से अनेक गाँव नक्सल मुक्त हो रहे हैं।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नक्सली हिंसा में घायल होने वाले जवानों के बेहतर इलाज के लिए रायपुर और जगदलपुर में विशेष अस्पतालों की स्थापना की भी घोषणा की। इस दौरान उन्होंने जवानों से आत्मीय बातचीत में कहा कि सरकार हर परिस्थिति में आपके साथ खड़ी है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बस्तर पण्डूम जैसे सांस्कृतिक आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि यह मंच बस्तर की कला, संस्कृति, खानपान, वेशभूषा, आभूषण, नृत्य-संगीत को देश-विदेश तक पहुँचाने का माध्यम बना है।
-भय से विश्वास की ओर बढ़ता बस्तर – मुख्यमंत्री विष्णु देव साय
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि बस्तर पण्डुम जैसे सांस्कृतिक आयोजन में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की उपस्थिति हमारे लिए सौभाग्य की बात है। हर बार उनके आगमन से प्रदेश के वीर जवानों का हौसला बढ़ता है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यह संवाद बस्तर के उस परिवर्तन का प्रतीक है जो भय से विश्वास, आतंक से विकास की ओर बढ़ रहा है। केंद्रीय नेतृत्व और जवानों के साहस ने मिलकर बस्तर को एक नई दिशा दी है। उन्होंने जवानों को सफल नक्सल ऑपरेशनों के लिए बधाई दी और उनके योगदान को नमन किया।
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि बस्तर की शांति के लिए हमारे सुरक्षा बल के जवान पूरी निष्ठा से कार्य कर रहे हैं। बस्तर को नक्सल मुक्त करना केंद्र और राज्य सरकार की प्राथमिकता है। हम सब मिलकर इस संकल्प को पूर्ण करेंगे।
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