शिवनाथ मुक्ति के बाद अब 1 जनवरी को धूम धाम से मनाया जाएगा शिवनाथ महोत्सव

शिवनाथ मुक्ति के बाद अब 1 जनवरी को धूम धाम से मनाया जाएगा शिवनाथ महोत्सव
दक्षिणापथ. महेंद्र सिंह धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। लगभग डेढ़ दशक लंबे इंटरनेशनल क्रिकेट करियर का अंत माही ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट से कर दिया। धोनी ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था, जो 2019 के विश्व कप का सेमीफाइनल था। वो आखिरी मैच जिसमें उनपर टिकीं करोड़ों निगाहों के सपने आंसू बनकर बह गए थे। विकेटों के बीच तूफान की तरह दौड़ने वाला खिलाड़ी, अपने डेब्यू और आखिरी मैच में रन आउट होकर पवेलियन लौटा। टिकट कलेक्टर से ट्रॉफी कलेक्टर बने धोनी को पहली बार साल 2004 में भारतीय टीम के लिए खेलने का मौका मिला। मगर धोनी उस मैच में खुद को साबित नहीं कर पाए। धोनी ने अपना इंटरनेशल डेब्यू बांग्लादेश के खिलाफ 23 दिसंबर 2004 किया था। उस मुकबले में धोनी सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए उतरे थे। उस समय भारत का स्कोर पांच विकेट पर 180 रन था। मोहम्मद कैफ दूसरे छोर पर जमे हुए थे और 71 रन बनाकर नाबाद थे। तब पहली बार भारतीय ड्रेसिंग रूम से एक लंबे बालों वाला नौजवान बल्ला थामे बल्लेबाजी के लिए मैदान पर जाते हुए दिखाई दिया था। धोनी ने अपने करियर की पहली गेंद खेली और दूसरे छोर पर खड़े मोहम्मद कैफ के बढ़ते कदमों के देख वो रन लेने के लिए दौड़ पड़े, लेकिन कैफ ने बाद में मना कर दिया। मगर जब तक धोनी क्रीज में वापस लौटते उससे पहले ही खेल बदल चुका था। विकेट पर जमी गिल्लियां हवा में लहरा चुकी थीं। धोनी पहली ही गेंद पर रन आउट हो गए। एम एस धोनी-रन आउट धोनी एकदिवसीय मैच में आखिरी बार न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलते नजर आए थे। 2019 वर्ल्ड कप के इस सेमीफाइनल मैच में धोनी ने कुल 72 गेंदों में 50 रन बनाए थे। न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज लॉकी फर्ग्युसन के ओवर की तीसरी गेंद पर वो दो रन पूरा करने की कोशिश कर रहे थे और इसी दौरान रन आउट हो गए। भारत न केवल यह मैच हारा, बल्कि वर्ल्ड कप से भी बाहर हो गया था। धोनी के रन आउट की तस्वीर ने पूरे देश की उम्मीदों को झकझोर कर रख दिया था।