वे हर दिन धमाका करते हैं ; हिल जाता है पूरा गांव
बेमेतरा। बोरसी बारूद फैक्ट्री में सुबह 8 बजकर 20 मिनट पर जो धमाका हुआ, उसकी गूंज 10 से 12 किलोमीटर तक सुनी गई। ब्लास्ट के बाद इलाके के आधा दर्जन गांवो के घर भूकंप की तरह हिल गए। लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। इस ब्लास्ट में एक दर्जन लोगो के मरने की खबर है।
इस क्षेत्र में धमाका कोई नई बात नही। पर आज के धमाके ने आसपास के पूरे गांव को हिलाकर रख दिया। 25 साल से भी ज्यादा समय से यहां बारूद फैक्ट्री संचालित है। वे हर दिन धमाका करते हैं। बरसो से हो रहे धमाके के चलते आसपास के गांवो की जमीन में दरार आ गए है। ग्रामीणों के घर कमजोर हो गए है। मवेशी मर रहे हैं, किंतु फिक्र किसी ने नहीं किया। शायद आज जैसे किसी बड़े धमाके का इंतजार था।
इस बारूद कम्पनी ने सिर्फ मुनाफा कमाया। बदले में विकास का कोई कार्य नहीं किया। फैक्ट्री के मालिक संतोष चौधरी घटना के बाद से फरार है।
ग्रामीण बताते है, कि फैक्ट्री में काम करने के लिए भी बाहर से लोग लाए जातें है। ऐसा नहीं कि आसपास के ग्रामीणों को रोजगार दे दिया जाए। फैक्ट्री के आसपास की कृषि भूमि बंजर पड़ गई है इधर इतने सालों में फैक्ट्री वालो ने अपना इलाका बढ़ाने का काम किया। ग्रामीणों के विरोध को किसी ने अहमियत नहीं दी। आज जब एक दर्जन लाशों के चीथड़े उड़ गए तो सरकार मुआवजा दे रही है।
बताया गया कि सुरक्षा मापदंडों की जमकर धज्जियां उड़ाई गई। फैक्ट्री से जुड़े हर किसी ने भरपूर पैसा बनाया। हादसे में भी कोई बड़ा आदमी जान से हाथ नही धोया, सबके सब गरीब आदमी ही थे, जो कुत्ते की मौत मरे।