4 जून को बेसब्ररी से इंतजार, सट्टा बाजार में भाजपा का पलड़ा भारी!

4 जून को बेसब्ररी से इंतजार, सट्टा बाजार में भाजपा का पलड़ा भारी!
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दक्षिणापथ, दुर्ग। लोकसभा चुनाव परिणाम आने में महज हफ्ता भर का समय शेष है लोग अपने-अपने अनुमान लगा रहे हैं। ट्विनसिटी के सट्टा बाजार में भाजपा का पड़ला भारी बता रहे हैं। चुनाव का सांतवा चरण 1 जून को समाप्त हो जाएगा। इसके साथ ही देश भर के सभी लोकसभा सीटों के चुनाव परिणाम आ जाएंगे। छत्तीसगढ़ के लिहाज से यह चुनाव परिणाम अप्रत्याशित नही रहेगा। लोगों की नजर छत्तीसगढ़ के सभी 11 संसदीय सीटों पर शिद्दत से लगी हुई है। इसके बावजूद कोरबा एवं राजनांदगांव लोकसभा का चुनाव परिणाम लोगो को ज्यादा आकर्षित कर रहा हैं।

कोरबा सीट पर भाजपा से सरोज पाण्डेय एवं कांग्रेस से ज्योत्सना महंत प्रत्याशी हैं। दोनो के बीच काटे का मुकाबला है। कांग्रेस ने कोरबा के मुकाबले को स्थानीय एवं बाहरी वाद के बीच लड़ाई बनाने की पूरजोर कोशिश की। कोरबा संसदीय क्षेत्र में 60 प्रतिशत आबादी छत्तीसगढिय़ों की हैं। यह वोट बैंक कांग्रेस की मजबूत कड़ी हैं। कांग्रेस प्रत्यासी ज्योत्सना महंत यहा निवृत्तमान सांसद हैं। वे कांग्रेस के बड़े नेता डा. चरण दास महंत के पत्नी है और बिसाहूदास महंत की बहू हैं। इस क्षेत्र में महंत परिवार का तगड़ा राजनैतिक पैठ हैं। उनका निश्चित वोट बैंक है। इसी जनाधार के बलबूते पर सवार ज्सोत्सना महंत ने इस चुनाव में अपना पूरा दमखम लगाया हैं। वही भाजपा की सरोज पाण्डेय मोदी फैक्टर के दम पर चुनाव मैदान में उतरी हैं। 

इसी तरह राजनांदगांव लोकसभा सीट भी छत्तीसगढ़ में हाईप्रोफाईल मानी जा रही हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं भाजपा के संतोष पाण्डेय के बीच सीधा मुकाबला हैं। कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर भूपेश बघेल ने क्षेत्र में सोशल इंजीनियरिंग का चक्रव्यूह खड़ा कर भाजपा के निवृत्तमान सांसद संतोष पांडेय को घेरने का प्रयास किया हैं। चूंकि भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ में पिछड़े वर्ग के बड़े नेता के तौर पर उभरे है एवं उनके सामने संतोष पाण्डेय सवर्ण समाज से वास्ता रखने वाले प्रत्याशी है। लिहाजा भूपेश ने इस चुनावी मुकाबले को अगड़े एवं पिछड़े वर्ग के बीच की लड़ाई बनाने की कोशिश की हैं। 
किसकी रणनीति को कितनी सफलता मिलती है यह 4 जून को स्पष्ट हो जाएगा। कोरबा एवं राजनांदगांव के अलावा दुर्ग, महासमुंद,कांकेर एवं बिलासपुर के नतीजो पर भी सियासी प्रेक्षकों की नजर है। कमोबेस इन सभी सीटो पर सीधा मुकाबला की स्थिति हैं। भाजपा मानकर चल रही है कि इस बार छत्तीसगढ़ की सारी 11 सीटे उनकी झोली में आएगी। किंतु पिछले चुनाव में कांग्रेस ने 2 सीटो पर सफलता हासिल की थी।