मलकीत सिंह हत्याकांड के विरोध में दुर्ग शहर में बंद का मिला-जुला असर

मलकीत सिंह हत्याकांड के विरोध में दुर्ग शहर में बंद का मिला-जुला असर

दुर्ग। गुरुद्वारा बेबे  नानकी जी प्रबंध कमेटी के प्रधान सरदार कुलवंत सिंह के पुत्र मलकीत सिंह उर्फ वीरू के हत्या के विरोध में छत्तीसगढ़ सिख पंचायत द्वारा बंद के आह्वान का सोमवार को दुर्ग शहर में मिला-जुला असर रहा। बंद समर्थक सुबह से ही बाजारों में सक्रिय रहे और मलकीत सिंह को न्याय दिलाने व्यापारियों को अपनी दुकाने बंद रखने निवेदन करते नजर आए। बंद को छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स और भाजपा ने समर्थन दिया था। छत्तीसगढ़ सिख पंचायत द्वारा सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक किए गए बंद का आह्वान त्यौहारी सीजन होने की वजह से दुर्ग में खासा प्रभावी नहीं हो सका। मालूम हो कि मलकीत सिंह की खुर्सीपार  क्षेत्र में हत्या कर दी गई थी। मामले में पुलिस द्वारा अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। एक आरोपी अभी भी फरार बताया गया है। जिससे मृतक के परिजनों और सिख समाज के लोगों में आक्रोश का माहौल है। आक्रोशित लोगों द्वारा मलकीत सिंह हत्याकांड में मुआवजा राशि व परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग को लेकर खुर्सीपार थाना परिसर के बाहर घटना के बाद से धरना जारी है। धरना पर बैठे लोगों की मांगों पर जिला प्रशासन ने शासन की ओर से 5 लाख और डेली विजेस में मृतक  के परिवार के सदस्य को नौकरी देने की पहल की थी, लेकिन इन प्रस्ताव पर सहमति नहीं बन पाई है। मृतक के परिजन 50 लाख रुपए मुआवजा राशि और सरकारी नौकरी देने पर अड़े हुए हैं। जिससे परिजनो और सिख समाज का धरना जारी है। धरना में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव, सांसद विजय बघेल, पूर्वमंत्री  प्रेमप्रकाश पांडेय व अन्य नेता शामिल हो चुके हैं। उन्होंने हत्याकांड की निंदा करते हुए प्रदेश की कानून व्यवस्था के खिलाफ जमकर सवाल उठाए हैं।