-छत्तीसगढ़ सर्व सेन (नाई) समाज ने पांच सूत्रीय मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन
दुर्ग। छत्तीसगढ़ सर्व सेन (नाई) समाज ने अपनी परंपरागत आजीविका, सम्मान और सामाजिक गरिमा की रक्षा के उद्देश्य से मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को संबोधित ज्ञापन जिला कलेक्टर के माध्यम से सौंपा। समाज ने ज्ञापन में अपनी विभिन्न समस्याओं और मांगों के समाधान की दिशा में सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग की है।
समाज के पदाधिकारियों ने बताया कि नाई समाज पीढ़ियों से सेलून व्यवसाय से जुड़ा हुआ है, जो न केवल उनकी जीविका का साधन है बल्कि समाज की सांस्कृतिक और पारंपरिक पहचान का भी प्रतीक है। वर्तमान में इस पारंपरिक व्यवसाय को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जिनके निराकरण के लिए समाज ने पांच प्रमुख बिंदुओं में अपनी बातें रखी हैं।
समाज की प्रमुख मांगें हैं-
1. सेलून व्यवसाय को सेन नाई समाज के लिए आरक्षित किया जाए, जिससे उनकी पारंपरिक जीविका सुरक्षित रह सके।
2. सेलून व्यवसाय के नाम पर चल रहे अवैध स्पा सेंटरों की जांच कर कठोर कार्यवाही की जाए, ताकि समाज की गरिमा पर आंच न आए। साथ ही ऐसे दोषियों पर आजीवन स्पा संचालन प्रतिबंध का कानून बनाया जाए।
3. केश शिल्पी कल्याण बोर्ड की योजनाओं का वास्तविक लाभ समाज के सदस्यों तक नहीं पहुंच पा रहा है। सरकार से आग्रह किया गया है कि समाज को इन योजनाओं का सीधा लाभ दिलाने विशेष पहल की जाए।
4. शासन द्वारा सेलून व्यवसाय से संबंधित ट्रेडमेन या अन्य सरकारी पदों पर नियुक्तियों में सेन समाज को प्राथमिकता दी जाए।
5. समाज ने मांग की है कि संत शिरोमणि सेन जी महाराज की जयंती पर राजकीय अवकाश घोषित किया जाए, ताकि समाज की आस्था और परंपरा को सम्मान मिल सके।
समाज के प्रतिनिधियों भीखम सेन, संतोष सेन ने कहा कि ये मांगें केवल समुदाय के हित की नहीं, बल्कि समाज के सांस्कृतिक धरोहर और रोजगार सुरक्षा से जुड़ी हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी इन मांगों पर संवेदनशीलता के साथ शीघ्र निर्णय लेंगे।
संपादक- पवन देवांगन
पता - बी- 8 प्रेस कॉम्लेक्स इन्दिरा मार्केट
दुर्ग ( छत्तीसगढ़)
ई - मेल : dakshinapath@gmail.com
मो.- 9425242182, 7746042182
हिंदी प्रिंट मीडिया के साथ शुरू हुआ दक्षिणापथ समाचार पत्र का सफर आप सुधि पाठकों की मांग पर वेब पोर्टल तक पहुंच गया है। प्रेम व भरोसे का यह सफर इसी तरह नया मुकाम गढ़ता रहे, इसी उम्मीद में दक्षिणापथ सदा आपके संग है।
सम्पूर्ण न्यायिक प्रकरणों के लिये न्यायालयीन क्षेत्र दुर्ग होगा।
Copyright 2024-25 Dakshinapath - All Rights Reserved
Powered By Global Infotech.