दुर्ग। जिला एवं सत्र न्यायालय दुर्ग में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सहयोग से शनिवार, 23 अगस्त 2025 को "ई-साक्ष्य" विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में न्यायाधीशगण, अभियोजन अधिकारीगण एवं पुलिस अधिकारीगण ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य न्यायिक प्रक्रिया में तकनीकी साक्ष्यों के प्रभावी उपयोग, उनकी स्वीकृति तथा साक्ष्य अधिनियम के अंतर्गत उनके महत्व की विस्तृत समझ विकसित करना रहा। विशेषज्ञ वक्ताओं ने डिजिटल साक्ष्य के संकलन, संरक्षण, प्रस्तुतीकरण एवं प्रमाणिकता पर गहन जानकारी प्रदान की।
वक्ताओं ने अपने उद्बोधन में कहा कि डिजिटल युग में न्याय वितरण प्रणाली की पारदर्शिता और दक्षता बढ़ाने के लिए ई-साक्ष्य का सही उपयोग आवश्यक है। न्यायाधीश, अभियोजन अधिकारी एवं पुलिस अधिकारी यदि तकनीकी साक्ष्यों का प्रभावी ढंग से उपयोग करें, तो न्याय प्रक्रिया और अधिक सुदृढ़ होगी तथा पक्षकारों को त्वरित न्याय प्रदान किया जा सकेगा।
अभियोजन एवं पुलिस अधिकारियों ने इस कार्यशाला को अत्यंत उपयोगी बताया और कहा कि इससे उनकी कार्यकुशलता में वृद्धि होगी तथा ई-साक्ष्य के प्रति व्यावहारिक दृष्टिकोण विकसित होगा।
कार्यशाला के सफल आयोजन ने न्यायिक क्षेत्र में तकनीकी साक्ष्यों के महत्व और उनके प्रभावी उपयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम को दर्शाया।
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