-कवर्धा में मेडिकल कॉलेज स्थापना की राह हुई आसान, मजबूत स्वास्थ्य सेवाओं को मिला नया आधार
-राज्य शासन ने जिले के लिए दी 258 नए पदों की स्वीकृति
कवर्धा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा की सक्रिय पहल से जिले को आज एक ऐतिहासिक उपलब्धि मिली है। राज्य शासन ने जिला अस्पताल कवर्धा को 100 से बढ़ाकर 220 बिस्तरों तक विस्तारित करने की स्वीकृति प्रदान कर दी है। यह न केवल जिले की स्वास्थ्य सेवाओं के स्तर को नई ऊंचाई देगा, बल्कि वर्षों से प्रतीक्षित मेडिकल कॉलेज स्थापना की राह भी पूरी तरह स्पष्ट हो गई है। मुख्यमंत्री श्री साय से उपमुख्यंत्री श्री शर्मा ने कवर्धा में नए मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए वर्तमान में 100 बिस्तर जिला अस्पताल को 120 बेड अतिरिक्त अपग्रेड करने कुल 220 बेड विस्तार के लिए विशेष मांग एवं अनुरोध किया था, ताकि मेडिकल कालेज की स्वीकृति के लिए राह आसान हो जाए। उपमुख्यंत्री श्री शर्मा ने जिले के बहु प्रतीक्षित मांग पूरा होने तथा मेडिकल कॉलेज की सभी आहर्ता पूरी करने पर मुख्यमंत्री श्री साय के प्रति जिले वासियो के तरह से आभार व्यक्त किया है। किसी भी मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए आवश्यक बुनियादी शर्तों में 220 बिस्तरों वाला अस्पताल अनिवार्य होता है। इस स्वीकृति से मेडिकल कॉलेज स्थापना की मजबूत आधारशिला के रूप में कार्य करेगी। कवर्धा के लिए यह केवल एक प्रशासनिक स्वीकृति नहीं, बल्कि स्वस्थ, सशक्त और शिक्षित भविष्य की आधारशिला है। मेडिकल कॉलेज का सपना अब पहले से अधिक निकट और यथार्थ के करीब दिखाई दे रहा है। यह निर्णय आने वाले वर्षों में जिले के समग्र विकास में मील का पत्थर साबित होगा।
-अस्पताल के विस्तार के साथ-साथ कुल 258 नए पदों की भी मिली स्वीकृति
राज्य शासन के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा 16 जुलाई 2025 को जारी आदेश के अनुसार, अस्पताल के विस्तार के साथ-साथ कुल 258 नए पदों की भी स्वीकृति दी गई है। इनमें वरिष्ठ विशेषज्ञ सह अधीक्षक, मेडिकल विशेषज्ञ, सर्जिकल विशेषज्ञ, स्त्रीरोग विशेषज्ञ, शिशुरोग विशेषज्ञ, निश्चेतना विशेषज्ञ, पैथालोजिस्ट, नाक कान गला विशेषज्ञ, मनोरोग विशेषज्ञ, नेत्र रोग विशेषज्ञ, अस्थि रोग विशेषज्ञ, रेडियोलोजिस्ट, फॉरेसिक विशेषज्ञ, डरमेटोलॉजिस्ट, दंत चिकित्सा विशेषज्ञ,दंत चिकित्सक, माईक्रोबायोलॉजिस्ट, बायोकेमिस्ट्री, चिकित्सा अधिकारी, मेट्रन, फिजियोथेरेपिस्ट, नर्सिंग सिस्टर, मुख्य लिपिक, ओ.टी.टेक्नीशियन, ई.सी. जी. टेक्नीशियन, रेडियोग्राफर, डेंटल टेक्नीशियन, मेडिकल लैब टेक्नोलॉजिस्ट, स्टाफ नर्स, ऑप्थेलमिक असिस्टेंट, सहायक ग्रेड-2, फार्मासिस्ट ग्रेड-02, स्टीवर्ड, स्टोरकीपर, वाहन चालक, सहायक ग्रेड-3, लेब असिस्टेंट, डेसर ग्रेड-1, डार्करूम असिस्टेंट, वार्ड ब्वाय, आया, ओ.टी. अटेंडेंट, धोबी, सफाई कर्मचारी तक सभी आवश्यक पद शामिल हैं, जो स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और उपलब्धता को और सुदृढ़ बनाएंगे।
जिले को 220 बिस्तरों वाला विस्तारित अस्पताल मिलना एक नए युग की शुरुआत
उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि जिले को 220 बिस्तरों वाला विस्तारित अस्पताल मिलना केवल स्वास्थ्य सेवा का विस्तार नहीं, बल्कि एक नए युग की शुरुआत है। इससे मेडिकल कॉलेज स्थापना का सपना अब वास्तविकता के करीब पहुंच चुका है। यह निर्णय जिले के युवाओं को चिकित्सा शिक्षा और रोजगार के नए अवसर देगा तथा आमजन को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधा उनके ही जिले में सुलभ कराएगा। राज्य सरकार का उद्देश्य है कि प्रदेश का कोई भी नागरिक इलाज और शिक्षा के लिए दूर न भटके।
-स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार तीनों क्षेत्रों में होगा समग्र विकास
यह निर्णय न केवल स्वास्थ्य सेवा के सशक्तिकरण की दिशा में एक ठोस कदम है, बल्कि यह जिले को शिक्षा और रोजगार के नए अवसर भी उपलब्ध कराएगा। विशेषज्ञों का कहना है कि मेडिकल कॉलेज की स्थापना से स्थानीय युवाओं को न केवल डॉक्टर और नर्स बनने का अवसर मिलेगा, बल्कि टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट, लैब असिस्टेंट आदि के रूप में भी करियर की संभावनाएं बढ़ेंगी। इसके अलावा, मेडिकल कॉलेज की स्थापना से जिले में सहायक स्वास्थ्य सेवाएं, शोध कार्य, और अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों की उपलब्धता भी सुनिश्चित होगी। इससे जटिल बीमारियों के इलाज के लिए बड़े शहरों की ओर पलायन कम होगा।
-जिलेवासियों ने मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया
इस ऐतिहासिक फैसले के बाद कबीरधाम जिले में खुशी की लहर है। जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों और नागरिकों ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया है। उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने इसे “कबीरधाम को स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में निर्णायक पहल” बताया है।
स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि "यह सिर्फ अस्पताल का विस्तार नहीं, बल्कि मेडिकल कॉलेज के लिए आधारशिला है। अब हमें दिशा तय हो गई है, आगे की प्रक्रिया में तेजी लाई जाएगी। राज्य शासन ने सभी स्वीकृत पदों की भर्ती सेवा नियमों के तहत जल्द से जल्द पूरी करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन और हमारे निरंतर प्रयासों से कबीरधाम जिले को आज एक ऐतिहासिक सौगात मिली है। जिला अस्पताल को 220 बिस्तरों तक विस्तारित करने की स्वीकृति मिलने से मेडिकल कॉलेज स्थापना का मार्ग पूरी तरह स्पष्ट हो गया है। यह निर्णय जिले में न केवल बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का आधार बनेगा, बल्कि शिक्षा और रोजगार के नए अवसरों का द्वार भी खोलेगा।
258 नए पदों की स्वीकृति से अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की उपलब्धता सुनिश्चित होगी।
हमारा लक्ष्य है कि हमारा जिला आत्मनिर्भर बने, स्वास्थ्य, शिक्षा और सेवाओं के हर क्षेत्र में। मेडिकल कॉलेज का सपना अब बहुत करीब है, और हम इसे जल्द ही साकार होते देखेंगे।
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