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दुर्ग-भिलाई
दुर्ग। छत्तीसगढ़ी सरयूपारिण महिला ब्राम्हण समाज ने धार्मिक एवं प्राकृतिक क्षेत्रों की यात्रा की। इस यात्रा के तहत समाज की महिलाएं हनुमान व काली माता मंदिर कमरौद, शिवमंदिर पाटेश्वर धाम, गंगा मैय्या झलमला बालोद पहुंचे। यहां उन्होने अपने आराध्य देवी-देवताओं के दर्शन किए और छत्तीसगढ़ के लोगों की खुशियाली के लिए कामना की, वहीं समाज की महिलाओं द्वारा वन्यक्षेत्र में प्राकृतिक वादियों में सैर-सपाटा किया गया। यहां टिशू के पेड़ में लगे फूल एवं अन्य वृक्षों के नजारों ने महिलाओं का मन मोह लिया। पूरे यात्रा के दौरान समाज की महिलाएं भक्ति व अन्य गीत गाकर अपने उत्साह व खुशियों का ईजहार करती रही। यात्रा का मुख्य उद्देश्य लोगों में धर्म जागृति एवं पर्यटन को बढ़ावा देना था। यात्रा का नेतृत्व छत्तीसगढ़ी सरयूपारिण महिला ब्राम्हण समाज की अध्यक्ष संगीता शर्मा ने की।
उन्होने बताया कि समाज द्वारा इस तरह की यात्रा हर वर्ष की जाती है। समाज की महिलाएं धार्मिक एवं प्राकृतिक क्षेत्रों की यात्रा कर खूब आनंदित है। यात्रा अपने उद्देश्यों को भी पूर्ण करने में सफल रही। जिससे यह यात्रा यादगार बन गया है। यात्रा में छत्तीसगढ़ी सरयूपारिण महिला ब्राम्हण समाज की अध्यक्ष संगीता शर्मा, सचिव किरण मिश्रा, उपाध्यक्ष अपर्णा तिवारी, रानी उपाध्याय, ममता तिवारी, सपना शर्मा, संगीता मिश्रा, ममता पांडे, भारती दीवान, अनीता दीवान, मीना शर्मा, तारिणी दीवान, ज्योति उपाध्याय, आभा शर्मा, नेहा तिवारी, कीर्ति शर्मा, आरती दीवान, प्रशिला शर्मा, आरती तिवारी, सुशीला मिश्रा, प्रभा शर्मा, दीप्ति दुबे, राजकुमारी तिवारी, सुषमा तिवारी, निधि शर्मा, अनुपमा मिश्रा, प्रीति तिवारी,सरला तिवारी, विजय लक्ष्मी मिश्रा, मीना शर्मा, नीता तिवारी, नीलू शर्मा, कामता शर्मा एवं अन्य महिलाएं उत्साह के साथ शामिल हुए।
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