होम / दुर्ग-भिलाई / भिलाई की डी.शैलवी का नेशनल डांस में दबदबा, सारे प्रतिभागियों को पछाड़ते हुए मारी बाजी
दुर्ग-भिलाई
-कई नेशनल और इंटरनेशनल डांस कंपीटिशन में रही है विजेता
भिलाई। इस्पात नगरी भिलाई की बेटी ने एक बार फिर कमाल कर दिया। नेशनल डांस कंपीटिशन में भिलाई की बेटी और इंटरनेशनल डांसर डी.शैलवी ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए विजेता चुनी गई। दुर्ग के आदित्य नगर स्थित कुशाभाऊ ठाकरे सभागृह में नाट्य नर्तन राष्ट्रीय नृत्य, संगीत और फाइन आर्ट प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसमें नयनिका कासलीवाल (राखी रॉय की शिष्या) की शिष्या डी.शैलवी ने एकल भरतनाट्यम नृत्य प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। भिलाई की डी. शैलवी इससे पहले भी कई नेशनल और इंटरनेशनल डांस कंपीटिशन में बाजी मार चुकी है।
बता दें कि डी.शैलवी के परिजन उसे उसकी प्रतिभा के अनुरूप प्रशिक्षित करवा रहे हैं। डी.शैलवी तीन वर्ष की आयु से अपनी गुरु नयनिका कासलीवाल से निरंतर प्रशिक्षण ग्रहण कर रही है। अपनी गुरु के कुशल मार्गदर्शन में बहुत कम उम्र में डी.शैलवी ने कई उपलब्धि हासिल कर चुकी हैं। सेक्टर-8 निवासी डी.शैलवी सिर्फ सात साल की है। सेक्टर-6 स्थित एमजीएम स्कूल में क्लास टू की स्टूडेंट है। साथ में रेगुलर डांस की प्रैक्टिस भी करती हैं।
डी.शैलवी के पिता डॉ.अंजन कुमार सेक्टर-7 के कल्याण कॉलेज के हिंदी डिपार्टमेंट में असिस्टेंट प्रोफेसर है और एक अच्छे कवि और आलोचक है। जबकि शैलवी की मम्मी डी.उमा माहेश्वरी शासकीय हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की रिसर्च स्कॉलर है। पिता डॉ.अंजन कुमार ने बताया की शैलवी की प्रतिभा को पहचानने और उसे निखारने का पूरा श्रेय उनकी गुरु को जाता है। जिनके कुशल मार्गदर्शन में वह तीन साल की उम्र से भरतनाट्यम सीख रही है। इससे पहले भी डी. शैलवी नेशनल, इंटरनेशनल और प्रतिष्ठित कंपीटिशन में हिस्सा लेकर बाजी मार चुकी हैं। डी. शैलवी की गुरु नयनिका कासलीवाल सुप्रसिद्ध नृत्य प्रशिक्षक डॉ. राखी रॉय की शिष्य हैं।
संपादक- पवन देवांगन
पता - बी- 8 प्रेस कॉम्लेक्स इन्दिरा मार्केट
दुर्ग ( छत्तीसगढ़)
ई - मेल : dakshinapath@gmail.com
मो.- 9425242182, 7746042182
हिंदी प्रिंट मीडिया के साथ शुरू हुआ दक्षिणापथ समाचार पत्र का सफर आप सुधि पाठकों की मांग पर वेब पोर्टल तक पहुंच गया है। प्रेम व भरोसे का यह सफर इसी तरह नया मुकाम गढ़ता रहे, इसी उम्मीद में दक्षिणापथ सदा आपके संग है।
सम्पूर्ण न्यायिक प्रकरणों के लिये न्यायालयीन क्षेत्र दुर्ग होगा।
Copyright 2024-25 Dakshinapath - All Rights Reserved
Powered By Global Infotech.