रामानुजगंज । कन्हर नदी में करीब 9 करोड रुपए लागत से जल संसाधन विभाग के द्वारा एनीकट का निर्माण कराया गया था।जो भले ही भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ गया परंतु एनीकट के कारण आज झारखंड का ग्राम गोदरमाना बाजार बड़ा स्वरूप ले लिया है। एनीकट से रविवार के दिन हजारों हजार की संख्या में लोग छत्तीसगढ़ से गोदरमाना बाजार करने जाते हैं।
एनीकट के बनने से भले ही जिस उपयोग के लिए एनीकट बना। निर्माण के बाद आज तक एनीकट का वह उपयोग नहीं हो पाया एनीकट का निर्माण नगर में अप्रैल में में होने वाले भीषण जल संकट से नगरवासियों निजात दिलाने के लिए बना था परंतु बनने के बाद कभी भी उपयोगी साबित नहीं हुआ है। परंतु एनीकट के कारण छत्तीसगढ़ एवं झारखंड के बीच व्यापारिक संबंध काफी मजबूत हुआ रविवार के दिन रामानुजगंज एवं झारखंड के ग्राम गोदरमाना में साप्ताहिक बाजार लगता है। परंतु एनीकट बनने के बाद गोदरामाना का साप्ताहिक बाजार में हजारों हजार की संख्या में लोग गोदरमाना एनीकट के रास्ते बाजार करने जाते हैं।
-छत्तीसगढ़ के दर्जनों गांव के लोग जाते हैं बाजार करने गोदरमाना...
झारखंड के ग्राम गोदरमना के बाजार का स्वरूप इतना वृहद हो गया है कि छत्तीसगढ़ के दर्जनों गांव के लोग बाजार करने के लिए यहां आना पसंद करते हैं रविवार के दिन आमंत्रण धर्मशाला के सामने सैकड़ो की संख्या में बाइक लगाकर लोग झारखंड के ग्राम कोदरमाना बाजार करने जाते हैं।
छत्तीसगढ़ की ओर लगता है छोटा बाजार इससे कई गुना ज्यादा बड़ा बाजार लगता है गोदरमाना में..एनीकट के छत्तीसगढ़ की ओर गिनती के दुकान लगाते हैं वही झारखंड की ओर सैकड़ो दुकान लगती है यहां छत्तीसगढ़ से भी काफी संख्या में लोग बाजार करने जाते हैं दिन प्रतिदिन यहां का बाजार वृहद होते जा रहा है।
-गोदारमना पैदल चलने की जगह नहीं मिलती है..
एनीकट के कारण गोदरमाना बाजार का स्वरूप इतना वृहद हो गया है कि एक और यहां बाजार लगाने के लिए काफी कम जगह है वही बड़ी संख्या में लोग यहां दुकान लगाने पहुंचते हैं ऐसे में पैदल चलना भी यहां मुश्किल होता है दुकानदार बताते हैं कि काफी अच्छी दुकानदारी होती है।
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