दुर्ग। जिले को भिक्षुक मुक्त करने के उददेश्य से 16 अगस्त को दुर्ग शहर विधायक गजेन्द्र यादव के करकमलों से भिक्षुक पुनर्वास केन्द्र का शुभारंभ किया गया। छत्तीसगढ़ सरकार की मंशा अनुरुप जिला प्रशासन एवं समाज कल्याण विभाग द्वारा इस केन्द्र का संचालन किया जा रहा है। वर्तमान में भिक्षावृत्ति की समस्या न केवल बड़े शहरों में चल्कि छोटे एवं मंझले स्तर के शहरों में भी व्याप्त है। भिक्षावृत्ति के आड़ में विभिन्न प्रकार के अनैतिक कार्य, गैर कानूनी कार्यों के संपादन की संभावना बनी रहती है। ऐसी स्थिति से निपटना जिला प्रशासन एवं पुलिस विभाग हेतु हमेशा एक चुनौती साबित होता है। किसी भी उददेश्यों से भिक्षावृत्ति करना एक सामाजिक बुराई मानी जाती है।
समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक से मिली जानकारी अनुसार दुर्ग सहित जिले के सभी शहरों को भिक्षावृत्ति से मुक्त रखने का निश्चय सरकार की प्राथमिकता में है। भिक्षुक पुनर्वास केन्द्र में भिक्षुकों के निवास, भोजन, मनोरंजन के साथ साथ उनके क्षमता विकास हेतु विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षित किया जाएगा। इस अवसर पर देव नारायण चन्द्राकर, पार्षद वार्ड कं. 17. समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक अमित सिंह परिहार एवं राजू राजपूत उपस्थित रहें।
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