ये पक्ष-विपक्ष की बात नहीं, बल्कि देश की बात है… शरद पवार से मिले अरविंद केजरीवाल

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मुंबई। दिल्ली सरकार में अफसरों के ट्रांसफर-पोस्टिंग के अधिकारों पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद केंद्र सरकार अध्यादेश लेकर आई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस अध्यादेश के विरोध में विपक्षी दलों का समर्थन जुटाने के लिए विपक्षी नेताओं से मिल रहे हैं। अरविंद केजरीवाल ने आज मुंबई में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ये देश के लिए बहुत खतरनाक स्थिति है, ये पक्ष विपक्ष की बात नही, बल्कि देश की बात है। मुंबई में अरविंद केजरीवाल के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, आम आदमी पार्टी से सांसद संजय सिंह, राघव चड्‌डा, दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी भी मौजूद रहे। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जो लड़ाई 8 साल में हमने जीती उसे केंद्र सरकार ने 8 दिन में अध्यादेश लाकर निरस्त कर दिया। एनसीपी ने कहा है कि राज्यसभा में इस अध्यादेश को पास न होने देने के लिए हमारा सहयोग करेंगे। अभी देश को चाहने वाले लोगों को मैं इकट्ठा कर रहा हूं। शरद पवार देश के सबसे बड़े नेताओं में से एक है। मेरी पवार साहब से विनती है कि खुद तो समर्थन कर रहे हैं, देश की दूसरी पार्टियों से भी समर्थन जुटाने में हमारा सहयोग करें। वहीं, शरद पवार ने कहा कि ये बहुत महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस है, क्योंकि देश में जो समस्या पैदा हुई, इसके पहले उस पर चर्चा हुई। देश में लोकतंत्र के सिस्टम पर हमला हो रहा है। ये समय सिर्फ बहस करने का नहीं है, ये समय प्रजातंत्र को बचाने का है। मेरी पार्टी की तरफ से हमने अरविंद केजरीवाल का समर्थन करने का फैसला किया है। राजनीति में मुझे 56 साल हो गए। ये सवाल दिल्ली का नहीं, बल्कि पूरे देश का है। अन्य राज्यों में जहां भी जरूरत होगी, वहां हम जायेंगे और हम उनका साथ देंगे। मुलाकात के बाद शरद पवार ने कहा कि देश में संकट है और यह दिल्ली तक सीमित मुद्दा नहीं है। एनसीपी और महाराष्ट्र की जनता केजरीवाल का समर्थन करेगी। हम केजरीवाल का समर्थन करने के लिए अन्य नेताओं से भी बात करेंगे। हमें सभी गैर-बीजेपी पार्टियों को एक साथ लाने पर ध्यान देना चाहिए। यह सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य है कि सभी गैर-बीजेपी दल अरविंद केजरीवाल का समर्थन करें। बता दें कि अध्यादेश के खिलाफ समर्थन जुटाने के लिए केजरीवाल उद्धव ठाकरे, ममता बनर्जी और नीतीश कुमार से भी मिल चुके हैं। सभी नेताओं ने संसद में केजरीवाल का समर्थन करने की बात कही है।